मुंबई। देश के सबसे बड़े बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने बैंक की नवीनतम कस्टमर-फ्रेंड्ली डिजिटल पहल - मोपैड (मल्टी ऑप्शन पेमेंट एक्सेप्टेंस डिवाइस) बुधवार को लॉन्च की है। इसके जरिए, ग्राहक पीओएस टर्मिनल पर कार्ड्स, भारत क्यूआर, यूपीआई एवं एसबीआई बड्डी (ई-वैलेट) के जरिए भुगतान कर सकेंगे। इस पहल का उद्देश्य ग्राहकों को डिजिटल सुविधा प्रदान करना और साथ ही मर्चेंट्स को व्यवसाय करने की सरलता प्रदान करना है। यह उत्पाद बैंक के ‘कैश की आदत बदलो’ के उद्देश्य को आगे बढ़ाता है।
सभी तरह के ट्रांजेक्शंस के बाद, ग्राहकों को प्रमाण के रूप में एक चार्ज-स्लिप प्राप्त होती है। यह परंपरागत भारत क्यूआर/यूपीआई/एसबीआई बड्डी ट्रांजेक्शंस के लिए उपलब्ध नहीं है। मर्चेंट्स को सभी तरह के डिजिटल ट्रांजेक्शंस के लिए सिंगल एमआईएस प्राप्त होता है, जिसकी मदद से नकद प्रवाह पूरी तरह से उनके नियंत्रण में होता है। यह अनुमान है कि इस बहुद्देशीय पहल से डिजिटल इकोसिस्टम बढ़ेगा और बैंक को लेश-कैश इकॉनमी की ओर अर्थव्यवस्था को ले जाने में मदद मिलेगी।
मोपैड के लॉन्च के अवसर पर, एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा कि मोपैड की मदद से एक पीओएस मशीन के जरिए विभिन्न तरह के ट्रांजेक्शंस एकीकृत कर सकेंगे। जिससे उन्हें उनकी परिचालन असुविधा को दूर करने और नकद प्रवाह को सरल बनाने में मदद मिलेगी। यह लेस-कैश इकॉनमी की दिशा में बैंक द्वारा की गई एक अन्य पहल है, जिससे मर्चेंट्स एवं ग्राहक अधिक डिजिटल ट्रांजेक्शंस कर सकेंगे।
एसबीआई के 6.23 लाख पीओएस टर्मिनल काम कर रहे हैं। इसने चरणबद्ध तरीके से सभी पीओएस टर्मिनल्स पर इस इस सुविधा को शुरू करने का निर्णय लिया है। इससे आर्थिक रूप से डिजिटल ट्रांजेक्शंस हो सकेंगे और मर्चेंट को केवल एक टर्मिनल लगाना होगा।