नई दिल्ली। होम लोन लेने के बाद सैलरी का एक बड़ा हिस्सा ईएमआई के रूप में हर महीने निकल जाता है। इसके बाद सीमित धन के साथ घर के फंड मैनेजर के रूप में आपको काफी सारी जिम्मेदारियां निभानी पड़ती हैं। ऐसे में कई बार परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है। सबसे पहले आप अपने लोन और बचत के साथ-साथ निवेश की एक लिस्ट बना लें। इसके बाद यह देखें कि बचत और निवेश से आने वाला रिटर्न, क्या आपके लोन की ब्याज की तुलना में कम हैं। आज हम आपको यहां बता रहे हैं कि यदि आपने निवेश या बचत के लिए कोई प्लान लिया है तो क्या वह आपके लिए फायदेमंद है या नहीं। हमारा सुझाव है कि कम रिटर्न देने वाली बचत और निवेश को बंद करें और सबसे पहले होमलोन को चुकाने पर ध्यान केंद्रित करें।
एंडोमेंट प्लान की जगह लें टर्म प्लान
हालांकि आपको अपनी सुरक्षा का भी ध्यान रखते हुए एंडोमेंट प्लान की जगह अच्छे कवर का टर्म प्लान लेना चाहिए। आपका नियोक्ता और ईपीएफ अफसर आपको ईपीएफ खाते से पैसा निकालने की अनुमति देंगे, जिससे आप घर का लोन समय से पहले चुका सकें। हालांकि पीपीएफ खाते से ये सुविधा नहीं मिल पाएगी। यूलिप और डाकघर जमा 3 साल के लॉकइन पीरियड के बाद ही पैसा निकालने की अनुमति दे सकते हैं।
कर्ज जल्दी चुकाने के विकल्प
कर्ज चुकाने के लिए आप आंशिक प्री पेमेंट का सहारा ले सकते हैं। ये लोन को जल्दी बंद करने का सबसे आसान उपाय है। इसके लिए आप बोनस के रूप में मिलने वाली रकम, आय के साथ मिले एरियर, दोस्तों, रिश्तेदारों स मिले नगद उपहार, शेयरों से हुई कमाई, संपत्ति बेचने, डिपॉजिट बंद, टैक्स बचाने वाले साधनों के मैच्योरिटी से मिली रकम और बचत खाते बंद करने से मिली रकम का इस्तेमाल करके आप होमलोन को समय से पहले आंशिक रूप से बंद करा सकते हैं। एक बार में भुगतान किए जाने वाली रकम से आप लोन की मूल राशि घटा सकते हैं और जो बची हुई ईएमआई जारी रहती है, उसमें मूल राशि कम होने से ईएमआई भी सस्ती हो जाती है। इस तरह आपका ईएमआई चुकाने का समय कम हो जाता है। साफ है कि जितना जल्दी आप आंशिक प्री-पेमेंट करेंगे, उतना ही जल्दी आप अपने होमलोन को खत्म कर सकते हैं। सामान्य तौर पर बैंक 10,000 रुपए से प्री-पेमेंट को मंजूरी देते हैं। हाउसिंग लोन के आंशिक प्री-पेमेंट के लिए बैंक किसी तरह का चार्ज नहीं वसूलते हैं।
सस्ती ब्याज दरों वाले लोन पर स्विच करें
फिलहाल ब्याज दरों में कटौती का चलन चल रहा है। यदि अभी भी आपका बैंक ब्याज दरें कम नहीं करता तो आप किसी अन्य बैंक में अपना होमलोन स्विच कर सकते हैं।हाउसिंग लोन स्विच करते समय ये ध्यान रखें कि बैंकों के बदलती ब्याज दरों के आधार पर बार-बार लोन को स्विच ना करें। ऐसा इसलिए क्योंकि लोन स्विच करने पर कुछ शुल्क चुकाने पड़ते हैं जैसे प्री-पेमेंट पेनल्टी। हालांकि आरबीआई इसे खत्म करने पर जोर दे रहा है और कुछ बैंकों ने प्री-पेमेंट पेनल्टी खत्म भी कर दी है। लेकिन कुछ बैंक अभी भी प्री-पेमेंट पेनल्टी लेते हैं। ये भी ध्यान रखें कि लोन ट्रांसफर करते समय प्रॉपर्टी वैरीफिकेशन और कानूनी दस्तावेजी काम सब कुछ दोबारा से होता है। साथ ही लोन ट्रांसफर की सुविधा उठाने के लिए जरूरी है कि आपने पहले वाले बैंक की सभी ईएमआई हर बार समय पर चुकाई हों।
ईएमआई को बढ़वाना
लोन को समय से पहले खत्म करने का ये भी एक साधन है। अगर आप अपनी बचत से ईएमआई की राशि बढ़ाकर चुका सकते हैं तो आपका लोन समय से पहले खत्म हो सकता है। उदाहरण के लिए 20 साल के लिए लिया गया 30 लाख रुपए का होमलोन है और इस पर 28,950 रुपए की ईएमआई बनती है। अगर आप 2,300 रुपए हर महीने ज्यादा दे सकते हैं तो आपका होमलोन 15 साल के भीतर खत्म हो सकता है। आप एंडोमेंट इंश्योरेंस और डाकघर जमा खातों के लिए जो रकम निकालते हैं, इस निवेश को बंद करके आप बढ़ी ईएमआई चुका सकते हैं और लोन के बोझ को कम कर सकते हैं। अपने लोन टेन्योर के दौरान आप किसी भी समय ईएमआई बढ़वा सकते हैं। सामान्यतया बैंक ईएमआई बढ़ाने के ऊपर किसी तरह का अतिरिक्त शुल्क नहीं वसूलते हैं।