नई दिल्ली। फैस्टिव सीजन में खरीदारी के बारे में सोच रहे हैं, तो ऑनलाइन शॉपिंग एक शानदार विकल्प है। यहां आपको न सिर्फ बेशुमार प्रोडक्ट रेंज मिलती है, वहीं ऑनलाइन शॉपिंग करने पर आपको घर बैठे अच्छी डील्स और भारी डिस्काउंट भी मिलता है। तगड़े कॉम्पटीशन के चलते ये ई-कॉमर्स कंपनियां ग्राहकों को लुभाने के लिए रोज नए ऑफर्स पेश कर रही हैं। लेकिन इस डिस्काउंट की भरमार के बीच जरूरी है कि आप समझदारी से काम लें। आइए हम बता रहे हैं स्मार्ट शॉपिंग के कुछ आसान स्टेप्स। इन पर अमल करने से आप ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर फिजूलखर्च से बच सकते हैं। भारतीय ई-कॉमर्स सेक्टर की ग्रोथ मजबूत, 2019 तक हो जाएगा 35 अरब डॉलर का बाजार
1. ब्राउजिंग हिस्ट्री और कुकीज करें क्लीन
रिटेलर्स आपकी लोकेशन, आपकी ब्राउजिंग आदत, खर्च करने का पैटर्न, डिमांड आदि के आधार पर प्रोडक्ट की डायनमिक प्राइसिंग तय करते हैं। इससे बचने के लिए ऑनलाइन खरीदारी से पहले सुनिश्चित कर लें कि आप ब्राउसिंग हिस्ट्री और कुकीज क्लीन हैं साथ ही सभी एकाउंट्स से लॉग आउट कर चुके हैं। क्रेडिट कार्ड से हमेशा भुगतान नहीं है समझदारी, इन 10 चीजों के लिए न करें इसका इस्तेमाल
2. कैश ऑन डिलिवरी (COD) के बजाए क्रेडिट या डेबिट कार्ड का इस्तेमाल
अक्सर नए ग्राहक COD के विकल्प को सबसे सुरक्षित मानते हैं क्योंकि प्रोडक्ट डिलिवरी के बाद केवल पैसे देने होते हैं। लेकिन ऑनलाइन शॉपिंग के वक्त कार्ड पेमेंट फायदेमंद काफी फायदेमंद होता है। अधिकांश वेबसाइट्स कई बैंकों से टाई अप कर लेते हैं। ऐसे में इन बैंकों के डेबिट या क्रेडिट कार्ड का उपयोग करने पर आप कैश बैक ऑफर्स का भी फायदा उठा सकते हैं। इसके अलावा आपको कार्ड पेमेंट पर रिवार्ड पॉइंट भी मिलेंगे। क्रेडिट या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन शॉपिंग करते वक्त कई प्वाइंट्स कार्ड पर इकट्ठे हो जाते हैं। जिसे आप भविष्य में शॉपिंग के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
3. प्राइस और क्वालिटी की करें तुलना
प्रोडक्ट खरीदने से पहले प्रोडक्ट से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी और कस्टमर रिव्यू जरूर हासिल कर लें। स्मार्ट शॉपिंग के लिए वेबसाइट्स की तुलना करना भी काफी फायदेमंद होता है। आज प्राइस की तुलना से जुड़ी कई वेबसाइट और मोबाइल एप मौजूद हैं। ऐसे में जिस भी प्रोडक्ट को खरीदने का मन बना रहे है, उसे पहले एक जगह लिख लें और उसके रिव्यूज पढ़ लें। इससे आप अच्छी डील पा सकेंगे वो भी बिना क्वालिटी से समझौता करे।
4. वेबसाइट की जगह एप से खरीदारी फायदेमंद
मोबाइल शॉपिंग को बढावा देने के लिए ईकॉमर्स कंपनियां कंप्यूटर वेबसाइट की बजाए मोबाइल एप से पर्चेजिंग को बढावा दे रही हैं। मोबाइल एप से शॉपिंग करने में कंपनियां डबल डिस्काउंट से लेकर कैशबैक जैसे ऑफर देती हैं। ये कंपनियां मोबाइल एप पर नोटिफिकेशन भी भेजती हैं। डिस्काउंट ऑफर वाले ये नोटिफिकेशन आपके लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
5. हड़बड़ी में न करें खरीदारी
ऑफर्स और डिस्काउंट्स के चक्कर में जल्दबाजी में खरीदारी न करें। कई बार हम डिस्काउंट के फेर में आकर अनाप-शनाप खरीदारी कर लेते हैं। ऐसे में शॉपिंग से पहले अपनी जरूरतों का ध्यान रखें। बिना जरूरत चीजें खरीदने से बचें। कई बार कंपनियां बाजार में प्रचलित मॉडल की बजाए आउटडेटेड मॉडल पर बड़ा डिस्काउंट देती है। ऐसे में शॉपिंग से पहले पूरी तसल्ली जरूर कर लें।
6. शिपिंग और अन्य चार्जेस
ऑनलाइन ऑर्डर करते वक्त शिपिंग और अन्य चार्जेस पर जरूर ध्यान दें। बहुत सी ई-कॉमर्स कंपनियां एक सीमा तक मिनिमम पर्चेज पर ही फ्री-शिपिंग ऑफर करती हैं। अक्सर छोटे प्रोडक्ट पर फ्री शिपिंग नहीं मिलती। साथ ही कुछ शहरों में ये कंपनियां कैश ऑन डिलिवरी भी नहीं करती। ऐसे में ऑर्डर से पहले इसकी भी पड़ताल कर लें।
7. कूपन कोड्स का समझदारी से करें इस्तेमाल
प्रोमोशनल और कूपन कोड्स हासिल करने के लिए रिटेल वेबसाइट्स पर रजिस्टर करें और प्रमोशनल अपडेट्स को सब्सक्राइब करें। किसी भी सर्च इंजन पर जाकर वेबसाइट के नाम के साथ प्रमोशनल या कूपन कोड लिखें। इससे आपको अन्य डील्स और डिस्काउंट्स के बारे में अलग-अलग प्रोडक्ट से जुड़ी जानकारी मिल जाएगी। लेकिन डिस्काउंट कोड और कूपन्स हासिल करना ही काफी नहीं है। इसका अत्यधिक लाभ उठाने के लिए इनका इस्तेमाल समझदारी से करना चाहिए। यह उस स्थिति में सबसे महत्वपूर्ण होता है जब एक ही ऑर्डर पर कई कूपन्स का इस्तेमाल करते हैं। जब एक से ज्यादा कोड का इस्तेमाल कर रहें हो तो ज्यादा से ज्यादा डिस्काउंट का लाभ उठाने का लक्ष्य रखें।
8. गुणवत्ता और विश्वस्नीयता
शॉपिंग करते वक्त केवल ऑफर्स और डिस्काउंट्स को न देखें। खरीदारी के लिए हमेशा भरोसेमंद वेबसाइट और नामी ब्रैंड्स का ही चयन करें। अगर कोई ऑफर बहुत अच्छा लग रहा है तो पहले उससे संबंधित पूरी जानकारी हासिल कर लें। ऐसा करने से आपको ऑफर की खामी भी पता चल जाएगी। इस फैस्टिव सीजन में खरीदारी के पहले अपनी रिटायरमेंट और फाइनेंशियल लक्ष्यों को ध्यान में रखें। सिर्फ उतना ही खर्च करें जितने की जरूरत है। इस फैस्टिव सीजन में खर्च करने के लिए लिक्विड फंड्स में निवेश कर सकते हैं।