नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार ने पिछले एक वर्ष के दौरान बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है और आप कुछ अच्छे स्टॉक्स में निवेश के जरिए हाथ आजमाना चाहते हैं। किसी भी जानकार का सुझाव होगा कि आइडिया बुरा नहीं है। महान स्टॉक निवेशक पीटर लिंच ने कहा है, ‘हर किसी के पास शेयर बाजार में निवेश करने की अक्ल होती है। अगर आपने पांचवीं कक्षा का भी गणित पढ़ा है, तो आप इसे चुटकियों में कर सकते हैं। इसलिए, आप शेयर बाजार के रॉकस्टार की तरह निवेश कर सकते हैं। लेकिन हां, स्टॉक बाजार में डुबकी लगाने से पहले आपको कुछ बातें जरूर जान लेनी चाहिए।
ट्रेडिंग व डीमैट अकाउंट हासिल करें
शेयर बाजार में सीधे-सीधे निवेश के लिए आपको एक स्टॉक-ट्रेडिंग अकाउंट और एक डीमैट अकाउंट की जरूरत होगी। इसके लिए कई ब्रोकरेज कंपनियां हैं, जिनमें से किसी एक का चुनाव आप कर सकते हैं। इनमें से सबसे सीधा और आसान यह है कि आप अपने बैंक से संपर्क करें। ज्यादातर बैंक ब्रोकरेज और डीमैट सेवाएं मुहैया कराते हैं। चूंकि अपने बैंक के साथ आपका रिश्ता पहले से ही बना-बनाया होता है, लिहाजा वहां आप खुद को ज्यादा सहज महसूस करते हैं।
ऑनलाइन ट्रेडिंग अकाउंट का चयन करें
आप स्टॉक खरीदने का आदेश फोन पर या ऑनलाइन दे सकते हैं। वैसे, ऑनलाइन लेनदेन में पारदर्शिता बहुत ज्यादा रहती है। ऑनलाइन अकाउंट के जरिए न सिर्फ खरीद आदेश की कमान आपके हाथों में रहती है, बल्कि आप अपने स्टॉक में चल रही उठा-पटक की जानकारी बिलकुल ऐन मौके पर रख सकते हैं। एक और बात, अपने ब्रोकर या किसी और को आपके नाम पर खरीद-फरोख्त की इजाजत बिलकुल नहीं दें। आपके स्टॉक ट्रेडिंग अकाउंट की जानकारी आपके अलावा किसी और के पास नहीं होनी चाहिए।
ब्रोकर की सलाह से सचेत रहें
जैसे ही आपका स्टॉक ट्रेडिंग अकाउंट खुल जाता है, ब्रोकर आपके पास दर्जनों सर्विसेज लेकर हाजिर हो जाएगा। इनमें नियमित स्टॉक टिप्स और सलाहें भी होंगी। लेकिन आपको यह हमेशा याद रखना होगा कि आपका ब्रोकर पहले आपके फायदे की कभी नहीं सोच सकता। उसके मन में हमेशा पहले खुद के फायदे की बात चल रही होगी और इसे वह बड़ी होशियारी से आपके स्टॉक खरीदने की आदत और बारंबारता से जोड़ लेगा। इसलिए वह हमेशा आपको ज्यादा से ज्यादा खरीदने की सलाह देगा। जनरल से लड़ाई और स्टॉक ब्रोकर से कमाई के बारे में कभी नहीं पूछना चाहिए। ऐसा कभी भी नहीं सोचें कि ब्रोकर की सलाह है इसलिए आपको खरीदना या बेचना ही चाहिए। आप खुद के फैसले, विश्लेषण और अनुसंधान पर भरोसा करें।
खरीद-फरोख्त का रिकॉर्ड रखें
आपका ब्रोकर आपकी हर खरीद-फरोख्त की जानकारी करारनामे के रूप में आपको भेजता है। आप निश्चित तौर पर उसका सत्यापन कर लें और रिकॉर्ड रख लें। यही उस लेनदेन का प्रमाण है। इतना ही नहीं, आपको एक एक्सेल शीट में खरीद दर और तिथि, बिक्री दर और तिथि, नफा-नुकसान, कितनी संख्या या मात्रा में खरीद-फरोख्त की गई, इन तमाम बातों का नोट बनाकर रखना चाहिए। इससे आपको न केवल अपने निवेश के नतीजों की जानकारी रखने और टैक्स चुकाने में मदद मिलेगी, बल्कि निवेश के आपके नजरिए में भी अनुशासन आएगा।
छोटी रकम से करें शुरुआत
निवेश की शुरुआत हमेशा छोटी रकम से करनी चाहिए। आप शेयर बाजार में अपना शुरुआती वक्त गुजार रहे होंगे और सीखने के चरण में होंगे, लिहाजा आपको हमेशा ही कम-कम रकम का निवेश करना चाहिए। अगर आपके पास निवेश के लिए बड़ी रकम हो भी, तब भी आहिस्ता-आहिस्ता निवेश करें। जैसे ही आपको पर्याप्त अनुभव और सपफलतापूर्वक निवेश का भरोसा हो जाए, आप निवेश बढ़ा सकते हैं।
शेयरों में निवेश से जुड़ी जानकारियां जुटाते रहें
आप शेयर बाजार में तब तक सफल नहीं हो सकते, जब तक कि इसके बारे में खुद को शिक्षित करने पर खर्च नहीं करें। स्टॉक्स कैसे काम करते हैं, इसकी जानकारी रखने से आप बेहद नुकसानदेह गलतियों से बच जाते हैं। कई निवेशकों द्वारा शेयर बाजार में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाने की एक बड़ी वजह यह है कि वे सीखने पर बिलकुल खर्च नहीं करना चाहते। वन अप ऑन वॉल स्ट्रीट, द इंटेलीजेंट इनवेस्टर, व्हाट वर्क्सब ऑन वॉल स्ट्रीट जैसी कई बेहद अच्छी पुस्तकें हैं, जिनका आप अध्ययन कर सकते हैं।
स्टॉक ट्रेडिंग, डेरिवेटिव्स और स्टॉक टिप्स से दूर रहें
स्टॉक ट्रेडिंग शेयर बाजार की उठा-पटक के मौके का फायदा उठाकर तेजी से लाभ कमाने के लिए किया जाता है। ज्यादातर स्टॉक ट्रेडर नुकसान झेलते हैं, इसलिए यह फायदे का सौदा नहीं है। बाजार में गहन विश्लेषण और अनुसंधान के बाद लंबी अवधि के लिए निवेश कीजिए।
एक और बात, डेरिवेटिव्स यानी फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस की चकाचौंध में आकर निवेश मत कीजिए। डेरिवेटिव्स क्षणों का लाभ उठाकर आपको मालामाल कर सकते हैं और दूसरे ही क्षण कंगाल भी कर सकते हैं। ज्यादातर डेरिवेटिव कारोबारियों को नुकसान होता है, इसलिए डेरिवेटिव्स में निवेश मत कीजिए। डेरिवेटिव्स में पूरे वित्तीय तंत्र को तहस-नहस करने की क्षमता होती है। इसलिए तो वॉरेन बफेट जैसे दिग्गज निवेशक ने इसे ‘सामूहिक जनसंहार का हथियार’ कहा है।
पीछे न हटें, इंतजार करें
पहले ही दिन से चमत्कारी पफायदे की उम्मीद नहीं करें। शुरुआत में आपको थोड़ा नुकसान भी हो सकता है। फिर भी आप अपने लक्ष्य पर डटे रहें। शेयरों में निवेश को बेहतर पूंजी प्रबंध्न कुशलता से जोड़कर देखें। शेयरों में निवेश की बहुत अच्छी जानकारी रखने वाले बहुत से लोग आपको मिल जाएंगे, लेकिन वे कभी ध्नवान नहीं बन पाए, क्योंकि उनके पास निवेश के लिए पूंजी ही नहीं थी। किसी भी तरह के निवेश के लिए अनुशासन और नियमितता ही सफलता के दो सबसे महत्वपूर्ण कारक हैं। वॉरेन बफेट ने इसे अच्छे शब्दों में कहा है, हमें औरों से चतुर होने की जरूरत नहीं है। हमें औरों से ज्यादा अनुशासित होने की जरूरत है।