नई दिल्ली। कतर ने दो दिन पहले 80 देशों के नागरिकों के लिए वीजा-फ्री एंट्री कार्यक्रम की घोषणा की है। कतर ने यह कदम एयर ट्रांसपोर्ट और टूरिज्म को बढ़ाने के मकसद से उठाया है। पड़ोसी देशों द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने के बाद कतर ने ये बड़ा फैसला लिया है। यूरोप के दर्जन भर देशों और भारत, लेबनान, न्यूजीलैंड, साउथ अफ्रीका, अमेरिका के नागरिकों को अब कतर आने के लिए किसी तरह के वीजा और वीजा शुल्क देने की जरूरत नहीं होगी।
इन 80 देशों के नागरिकों को इस गैस-बहूल्य देश में प्रवेश के समय केवल अपना वैध पासपोर्ट दिखाना होगा। कतर में 2022 में फुटबॉल वर्ल्ड कप भी आयोजित होने वाला है। इसके मद्देनजर भी यह कदम महत्वपूर्ण माना जा रहा है। 33 देशों के नागरिकों को यहां 180 दिन तक रुकने की अनुमति दी गई है, जबकि अन्य 47 देशों के नागरिक यहां बिना वीजा के केवल 30 दिन तक रुक सकते हैं।
कतर टूरिज्म अथॉरिटी के चीफ टूरिज्म डेवलपमेंट ऑफिसर हसन अल-इब्राहिम ने कहा कि वीजा छूट योजना कतर को इस क्षेत्र में सबसे खुला देश बनाएगी। तेल बहुल्य सऊदी अरब ने इजिप्ट, बहरीन और यूएई के साथ मिलकर कतर से अपने सभी संबंध 5 जून को समाप्त कर दिए थे। ईरान से निकटता और आतंकवाद को समर्थन देने के आरोप लगाते हुए इन चारों देशों ने कतर के साथ अपनी सभी ट्रांसपोर्ट लिंक भी खत्म कर दिए हैं। हालांकि कतर ने इन सभी आरोपों को खारिज कर दिया है।
भारत और नेपाल सहित अन्य देशों से आए लोगों की संख्या कतर की कुल जनसंख्या का 90 प्रतिशत है। कतर की कुल जनसंख्या 27 लाख है। कतर की वर्ल्ड कप आयोजन समिति ने कहा है कि अरब देशों के प्रतिबंध से उसकी वर्ल्ड कप के लिए चल रही तैयारियों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।