नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने चुनिंदा परिपक्वता अवधि के कर्जों पर धन की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (MCLR) में आज 0.25 प्रतिशत तक कटौती की घोषणा की। संशोधित दरें एक सितंबर से लागू हो गई हैं। सार्वजनिक क्षेत्र के इस बैंक ने इसके साथ ही अपनी आधार दर को भी 0.20 प्रतिशत घटाकर 9.15 प्रतिशत कर दिया है।
पीएनबी ने शेयर बाजारों को यह जानकरी दी है। इसके अनुसार, बैंक ने कोष की सीमांत लागत आधारित उधारी दर में 0.20-0.25 प्रतिशत कमी की है, जो एक सितंबर 2017 से प्रभावी होगी। इसके तहत बैंक ने एक दिन के उधार के लिए MCLR को 0.25 प्रतिशत घटाकर 7.75 प्रतिशत कर दिया है।
इसी तरह बैंक ने एक महीने, तीन महीने व छह महीने की परिपक्वता अवधि एमसीएलआर को 0.20 प्रतिशत घटाकर क्रमश: 7.90 प्रतिशत, 8 प्रतिशत व 8.10 प्रतिशत किया है। इसने एक साल, तीन साल व पांच साल की अवधि के कर्जों के लिए एमसीएलआर को 0.20 प्रतिशत घटाकर क्रमश: 8.15 प्रतिशत, 8.30 प्रतिशत व 8.45 प्रतिशत किया है।
उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक के निर्देश पर बैंकों ने अप्रैल 2016 से एमसीएलआर प्रणाली को अपनाया है। हालांकि अभी भी बहुत से बैंक लोन पर ब्याज दर वसूलने के लिए अभी भी बेस रेट या मिनिमम लेंडिंग रेट फॉर्मूले का इस्तेमाल कर रहे हैं। एमसीएलआर, जो कि हर महीने बदलता है, एक यूनीफॉर्म मेथोडोलॉजी है जिसे कर्जदारों के साथ ही साथ बैंकों के लिए उचित ब्याज दर सुनिश्चित करने के लिए पेश किया गया था।