नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद पैदा हुए नकदी संकट से प्रॉपर्टी की कीमतों में गिरावट आई है। संसद में आज पेश की गई आर्थिक समीक्षा 2016-17 में कहा गया है कि रियल एस्टेट में बेहिसाबी धन का निवेश अब अधिक कठिन हो गया है। ऐसे में प्रॉपर्टी की कीमतों में और गिरावट आ सकती है।
- इसमें कहा गया है कि नोटबंदी का रियल एस्टेट क्षेत्र पर व्यापक असर हुआ है।
- दस्तावेज में कहा गया है, लघु अवधि में दिसंबर अंत तक कीमतों में गिरावट आई है।
- नकदी संकट की वजह से लेनदेन प्रभावित हुआ है।
- इसके दीर्घावधि के प्रभाव के बारे में बजट पूर्व दस्तावेज में कहा गया है कि प्रॉपर्टी की कीमतों में और गिरावट आ सकती है।
- क्योंकि अघोषित आय को रियल एस्टेट में निवेश करना और मुश्किल हो गया है।
- इसमें कहा गया है कि यदि जुलाई से लागू किए जाने वाले जीएसटी को रियल एस्टेट पर भी लगाया जाता है, तो टैक्स का हिस्सा बढ़ सकता है।
- हालांकि, यह कहना मुश्किल है कि इसका प्रभाव स्थायी होगा कि नहीं, लेकिन 8 नवंबर 2016 के बाद से आठ प्रमुख शहरों में रियल एस्टेट की कीमतों में गिरावट आ रही है।