नई दिल्ली। अगर आप अपना कारोबार शुरू करना चाहते हैं लेकिन रकम जुटाने के लिए आपके पास कोई गारंटर नहीं है, तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है, सरकार के द्वारा चलाई जा रही प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत आप बिना गारंटी के 10 लाख रुपये तक का कर्ज उठा सकते हैं। इस योजना की शुरुआत साल 2015 से हुई थी। योजना के तहत अब तक सरकार 48 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज बांट चुकी है।
योजना के तहत कैसे मिल सकता है कर्ज
मुद्रा योजना के तहत तीन तरह के लोन दिए जा रहे हैं
शिशु मुद्रा लोन के तहत कारोबार को शुरू करने के लिए 50 हजार रुपये तक कर्ज पाया जा सकते हैं।
किशोर मुद्रा लोन में कोई शख्स अपने मौजूदा कारोबार को स्थापित करने के लिए 5 लाख रुपये तक का कर्ज उठा सकते हैं।
तरुण मुद्रा लोन में कारोबार को आगे बढ़ाने के लिए कारोबारी 10 लाख रुपये तक का कर्ज ले सकते हैं।
किस ब्याज दर पर मिलता है मुद्रा लोन
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत अलग अलग कैटेगरी के लिए अलग अलग ब्याज दर तय की गई है। वहीं कारोबार के स्तर और क्षमता के आधार पर भी दरें तय होती है। मुद्रा लोन के लिए न्यूनतम ब्याज दर 12 फीसदी है। वहीं तरुण मुद्रा लोन के लिए 16 फीसदी तक ब्याज दर चुकानी पड़ सकती है।
कौन ले सकता है मुद्रा लोन का फायदा
मुद्रा लोन छोटे कारोबारियों और संस्थांओं की मदद के लिए बांटे जा रहे हैं। योजना के जरिए प्रोपराइटरशिप फर्म, सर्विस सेक्टर की इकाई, छोटी निर्माण इकाई, दुकानदार, पार्टनरशिप फर्म, रिपेयर शॉप, फल सब्जी विक्रेता, छोटे उद्योग, होटल, फूड प्रोसेसिंग ईकाई के लिए कर्ज लिया जा सकता है
क्या है आवेदन की शर्तें
कर्ज लेने के लिए आवेदक की महीने की आय 17 हजार रुपये से अधिक होनी चाहिए। अगर आवेदन करने वाला कोई कारोबारी है तो जरूरी है कि उसका कारोबार 5 साल पुराना हो। अगर कोई शख्स अपना कारोबार शुरू करना चाहता है तो उसने कारोबार शुरू करने से पहले 2 साल नौकरी की होनी चाहिए। वहीं अगर कर्ज किसी बिजनेस के नाम पर कर्ज लिया जा रहा है तो उसका सालाना कारोबार 15 लाख रुपये होना जरूरी है।