नई दिल्ली। देश की सभी बीमा कंपनियों को 1 जनवरी 2021 से अनिवार्य तौर पर स्टैंडर्ड इंडीविजुअल टर्म लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी (standard, individual term life Insurance Policy) पेश करनी होगी। इसका नाम सरल जीवन बीमा (Saral Jeevan Bima) होगा। इसका मतलब है कि हर बीमा कंपनी एक टर्म प्लान सरल जीवन बीमा के नाम से पेश करेगी, जिसके फीचर्स लगभग एकसमान होंगे। इस नए सरल जीवन बीमा के लिए इरडा (IRDAI) ने एक गाइडलांस भी जारी की है।
भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (IRDAI) द्वारा जारी गाइडलाइंस के मुताबिक नए सरल बीमा पॉलिसी में 18 से 65 साल की उम्र के लोगों को कवर किया जाएगा। इस पॉलिसी की अवधि पांच साल से लेकर 40 साल तक होगी। इसमें आप न्यूनतम 5 लाख रुपये का सम एश्योर्ड ले सकते हैं। सम एश्योर्ड की अधिकतम सीमा 25 लाख रुपये होगी। हालांकि, बीमा कंपनियां ज्यादा सम एश्योर्ड भी ऑफर कर सकती हैं, लेकिन इसमें सरल जीवन बीमा पॉलिसी की शब्दावली का इस्तेमाल करना जरूरी होगा।
आप रेगुलर प्रीमियम चुकाने वाले टर्म्स चुन सकते हैं। इनमें पांच या 10 साल तक प्रीमियम देने या एक बार में प्रीमियम का भुगतान करने जैसे विकल्प शामिल हैं। रेगुलर और लिमिटेड पे पॉलिसीज में प्रीमियम को मासिक, छमाही या सालाना आधार पर चुकाया जा सकता है।
डेथ बेनेफिट सालाना प्रीमियम का 10 गुना, मृत्यु तक चुकाए गए सभी प्रीमियम के 105 फीसदी और पॉलिसीहोल्डर की मौत पर तयशुदा दी जाने वाली रकम में से जो सबसे ज्यादा होगा, वह दिया जाएगा। सिंगल प्रीमियम पॉलिसी में डेथ बेनेफिट सिंगल प्रीमियम के 125 फीसदी और डेथ पर चुकाई जाने वाली तयशुदा रकम में से जो ज्यादा होगा, उसे दिया जाएगा।
बीमा कंपनियों को दो राइडर लगाने की छूट है। ये हैं- अतिरिक्त प्रीमियम के लिए एक्सीडेंट और पर्मानेंट डिसेबिलिटी बेनेफिट ऑप्शंस। कवर पॉलिसी जारी होने के 45 दिन के वेटिंग पीरियड के साथ आएगा। इस दौरान केवल एक्सीडेंट से होने वाली डेथ के लिए भुगतान होगा। अगर किसी अन्य वजह से मौत होती है तो टैक्स छोड़कर 100 फीसदी प्रीमियम को आश्रित व्यक्ति को दे दिया जाएगा।
क्या है टर्म इंश्योरेंस प्लान
पारंपरिक एंडोवमेंट प्लान्स के उलट टर्म इंश्योरेंस में पॉलिसी अवधि के दौरान आपके जीवित रहने पर कोई रिटर्न नहीं मिलता है। ऐसे में इन टर्म प्लान्स का प्रीमियम बेहद कम होता है।
लेकिन, मार्केट में मौजूद कई टर्म प्लान भ्रम पैदा कर सकते हैं। एक स्टैंडर्ड टर्म प्लान की क्यों जरूरत पड़ी, इस बारे में आईआरडीएआई ने कहा है कि अलग-अलग नियमों और शर्तों वाले कई टर्म प्लान इस वक्त बाजार में मौजूद हैं। ऐसे कस्टमर्स जिनके पास इतना वक्त और ऊर्जा नहीं है किवे ठीक से समझकर इन प्लान्स को चुन सकें उनके लिए ऐसे में खासी दिक्कत होती है।
बीमा रेगुलेटर का मानना है कि स्टैंडर्ड प्रोडक्ट के आने से बाजार में गलत तरह से बीमा पॉलिसियां बेचने की गतिविधि भी कम होगी। IRDAI ने कहा है कि इससे कस्टमर्स को जानकारी के साथ चुनाव करने की आजादी मिलेगी। इससे बीमा कंपनियों और पॉलिसी लेने वालों के बीच भरोसा भी बढ़ेगा साथ ही इससे मिस-सेलिंग और क्लेम सेटलमेंट के वक्त संभावित विवादों को भी कम करने में मदद मिलेगी।
क्या स्टैंडर्ड टर्म प्लान से क्या होगा फायदा
एक्सपर्ट्स का मानना है कि फीचर्स और पॉलिसी शब्दावली एक जैसी होने से टर्म प्लान खरीदने में आसानी होगी। पॉलिसीबाजार.कॉम के लाइफ इंश्योरेंस के चीफ बिजनेस ऑफिसर संतोष अग्रवाल कहते हैं कि पहली दफा जीवन बीमा खरीद रहे बायर्स के लिए यह प्लान काफी सही है। इसमें सभी बीमा कंपनियों में एक जैसे फीचर्स, बेनेफिट्स और दूसरी चीजें होंगी, हालांकि, कीमत अलग-अलग हो सकती है।
चूंकि, IRDAI ने प्रीमियम तय करने का अधिकार बीमा कंपनियों के ऊपर छोड़ दिया है, ऐसे में इसमें आपकी उम्र, आमदनी, स्वास्थ्य इतिहास जैसी चीजों को शामिल किया जाएगा। ज्यादातर टर्म पॉलिसीज की तरह से ही इनमें भी धूम्रपान करने वालों और नहीं करने वालों के प्रीमियम में फर्क होगा। धूम्रपान नहीं करने वालों का प्रीमियम कम होगा। कुछ चीजों को बाहर रखने और वेटिंग पीरियड की स्पष्ट परिभाषा इसकी एक अच्छी चीज है।