नई दिल्ली। खुदरा निवेशक म्यूचुअल फंडों में निवेश के लिए सिस्टेमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान (सिप) को तरजीह दे रहे हैं। इसी वजह से दिसंबर, 2017 में म्यूचुअल फंडों ने 6,200 करोड़ रुपए से अधिक जुटाए हैं। यह एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 56 प्रतिशत अधिक है। एसोसिएशन आफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के अनुसार इस तरह म्यूचुअल फंड कंपनियों द्वारा सिप के जरिए 2017 में जुटाई गई राशि 59,000 करोड़ रुपए पर पहुंच गई है। 2016 में यह 40,000 करोड़ रुपए रही थी।
कोटक महिंद्रा म्यूचुअल फंड के प्रबंध निदेशक नीलेश शाह ने कहा कि सिप में अधिक रुचि की वजह इक्विटी योजनाओं का बेहतर प्रदर्शन और एम्फी द्वारा निवेशक जागरूकता के लिए चलाया जाने वाला अभियान है। उन्होंने कहा कि सिप खुदरा निवेशकों द्वारा म्यूचुअल फंड में निवेश का पसंदीदा माध्यम है, क्योंकि इससे बाजार जोखिमों को कम करने में मदद मिलती है।
एम्फी के चेयरमैन ए बालासुब्रमण्यन ने कहा कि सिप म्यूचुअल फंड निवेशकों का निवेश का पसंदीदा माध्यम बन गया है। इससे निवेश की लागत को औसत करने में मदद मिलती है और साथ ही इसमें अनुशासित तरीके से निवेश किया जा सकता है और बाजार उतार-चढ़ाव की चिंता नहीं रहती।