नई दिल्ली। एक निवेशक अपनी कमाई को कितनी बड़ी पूंजी में बदल पाएगा, यह इस बात पर निर्भर करता है कि वह उसे कैसे और कहां निवेश करता है। शेयर बाजार में पैसा लगाने वाले कई लोगों ने खूब कमाई की है, लेकिन बहुत से ऐसे लोग भी हैं जो अपना सबकुछ खो बैठे हैं। अगर आप शेयर बाजार के जानकार नहीं है तो सीधे उसमें घुसना काफी जोखिम भरा हो सकता है। यदि आप अपने बेहतर भविष्य के लिए पूंजी का निर्माण करना चाहते हैं तो विशेषज्ञों के सुझाए गए रास्ते को अपनाएं। यह रास्ता है म्यूचुअल फंड का। इंडिया टीवी पैसा की टीम आज अपने पाठकों को म्यूचुअल फंड के बारे में और उसका चुनाव करने के कुछ टिप्स यहां दे रही हैं।
क्या है म्यूचुअल फंड?
- म्यूचुअल फंड शेयर बाजार में निवेश करने का एक बढ़िया और कम जोखिम वाला विकल्प है
- इसमें फंड को अलग-अलग तरह के शेयरों में लगाया जाता है
- म्यूचुअल फंड के पैसे को अनुभवी और बाजार के जानकार लोगों द्वारा शेयर बाजार में निवेश किया जाता है
म्यूचुअल फंड में निवेश क्यों?
- निवेशक के पैसे का शेयर बाजार में ज्यादा सुरक्षित तरीके से निवेश किया जाता है
- शेयरों में सीधा पैसा लगाने से नुकसान की आशंका अधिक रहती है
- शेयरों के मुकाबले बाजार के भारी उतार-चढ़ाव के असर से म्यूचुअल फंड ज्यादा सुरक्षित रहते हैं
- इसमें नियमित तौर पर छोटी राशि भी लगाई जा सकती है
- तीन से चार हजार रुपए प्रतिमाह का निवेश अच्छा विकल्प है
- इस फंड को प्रोफेशनल एक्सपर्ट मैनेज करते हैं
- फंड को मैनेज करने की फीस मामूली दो से तीन फीसदी होती है
बैंक में निवेश से बेहतर क्यों है म्यूचुअल फंड?
- बैंक में पैसा सुरक्षित तो रहता है लेकिन लेकिन ब्याज दर 7 से 8 फीसदी ही मिलती है
- महंगाई दर भी 7 से 8 फीसदी सालाना के आसपास रहती है
- बैंक से मिलने वाला रिटर्न महंगाई के असर से बचाने में नाकाम
- बैंक में रखने से पैसे की खरीद की ताकत ज्यादा नहीं बढ़ पाती
- कम समय में ही पैसा वापस चाहिए तो बैंक में रखें
- लंबा निवेश करना है तो म्यूचुअल फंड अच्छा विकल्प, म्यूचुअल फंड के लिए धैर्य जरूरी
- उतना ही पैसा लगाएं, जिसे आप लंबे समय तक नियमित लगा पाएं
शेयरों से बेहतर है म्यूचुअल फंड
- कोई एक शेयर तेजी से उठ या गिर सकता है
- आम निवेशक को कंपनियों की अच्छी जानकारी नहीं होती
- म्यूचुअल फंड में अलग-अलग कंपनियों के शेयर एक साथ रखे जाते हैं
- म्यूचुअल फंड में बाजार की उठापटक का खतरा काबू में रहता है
म्यूचुअल फंड के रिटर्न को इस तरह समझें
- बीते 20 सालों में पीपीएफ में 30 लाख रुपए का निवेश 84 लाख रुपए हुआ
- बीते 20 सालों में शेयर बाज़ार में 30 लाख रुपए का निवेश करीब 1.36 करोड़ रुपए हुआ
- बीते 20 सालों में विधिवत म्यूचुअल फंड में 30 लाख रुपए का निवेश करीब 1.85 करोड़ रुपए हुआ
क्या करें, क्या न करें?
- बाजार की उठापटक पर ध्यान मत लगाइए
- लंबे समय के लिए नियमित पैसा लगाइए, तभी औसत बढ़त का फायदा होगा
- पिछले कुछ दिन या महीनों के प्रदर्शन के हिसाब से फंड का चुनाव न करें
- दोस्तों को हुए फायदे या नुकसान को देखते हुए फंड का चुनाव न करें
- फंड में उतना ही पैसा डालें, जो आप आराम से लंबे समय तक डाल सकते हैं
- फंड में एकमुश्त ज्यादा पैसा न लगाएं, बाजार की उठापटक से बचे रहेंगे
इनकम टैक्स छूट से संबंध
- 80 सी के तहत डेढ़ लाख रुपए तक के निवेश पर टैक्स छूट मिलती है
- अगर डेढ़ लाख रुपए और हैं तो टैक्स सेविंग फंड में निवेश करें
- टैक्स सेविंग फंड में तीन साल तक पैसा नहीं निकाल सकते
- अगर टैक्स नहीं बचाना है तो…
- बैलेंस्ड फंड में निवेश करें
- ऐसा फंड चुनें, जिसमें बहुत उतार-चढ़ाव न हो
- बैलेंस्ड फंड में 70% इक्विटी, 30% फिक्स्ड इन्कम का चयन करें
- बैलेंस्ड फंड बाजार के चढ़ने पर तेज़ी से बढ़ता है, लेकिन गिरने पर तेजी से नहीं गिरता
म्यूचुअल फंड कैसे चुनें?
- पांच साल से ज्यादा ट्रैक रिकॉर्ड वाले फंड पर पैसा लगाएं
- अच्छा फंड वह है जो तेजी से गिरते बाजार में धीरे गिरे और तेजी से चढ़ते बाजार में ठीक-ठाक चढ़े
- फंड में स्थिरता पर ध्यान देना चाहिए
- किसी एक विशेष क्षेत्र के फंड में पैसा लगाने से बचना चाहिए
- डाइवर्सिफाइड फंड में ही पैसा लगाएं