नई दिल्ली। म्यूचुअल फंड उद्योग ने अक्टूबर में सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) के जरिये 8,246 करोड़ रुपए जुटाए हैं। यह एक साल पहले की इसी अवधि की तुलना में 3.
2 प्रतिशत अधिक है। शेयर बाजारों में तेजी के बीच सरकार द्वारा कई सुधारों की वजह से म्यूचुअल फंड उद्योग में एसआईपी निवेश बढ़ा है।
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के अनुसार इस तरह चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से अक्टूबर की अवधि के दौरान एसआईपी के जरिये निवेश बढ़कर 57,607 करोड़ रुपए पर पहुंच गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 52,472 करोड़ रुपए था।
एम्फी ने कहा कि खुदरा निवेशकों के लिए म्यूचुअल फंड में निवेश को एसआईपी सबसे प्रमुख मार्ग बना हुआ है। इससे बाजार जोखिमों को कम करने में मदद मिलती है। आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर में एसआईपी के जरिये योगदान 8,246 करोड़ रुपए रहा, जो इससे पिछले साल के इसी महीने के 7,985 करोड़ रुपए की तुलना में 3.2 प्रतिशत अधिक है।
म्यूचुअल फंड उद्योग में कुल 44 कंपनियां काम कर रही हैं। इक्विटी कोषों में निवेश के लिए ये कंपनियां मुख्य रूप से एसआईपी पर निर्भर करती हैं। हालांकि, इससे पिछले महीने यानी सितंबर की तुलना में एसआईपी के जरिये निवेश घटा है। सितंबर में उद्योग ने एसआईपी से 8,263 करोड़ रुपए जुटाए थे। अगस्त में एसआईपी के जरिये निवेश 8,231 करोड़ रुपए, जुलाई में 8,324 करोड़ रुपए, जून में 8,122 करोड़ रुपए, मई में 8,183 करोड़ रुपए और अप्रैल में 8,238 करोड़ रुपए रहा था।