नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद सरकार ने आम नागरिकों को डिजिटल पेमेंट अपनाने को कहा ताकि लेन-देन में पारदर्शिता आ सके। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने भी 10 प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट विकल्पों की पहचान की है।
इनमें नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (NEFT), रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (RTGS), इमेडिएट पेमेंट सर्विस (IMPS), चेक, नेशनल ऑटोमेटेड क्लियरिंग हाउस (एनएसीएच), यूनिफायड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI), अनस्ट्रक्चर्ड सप्लीमेंट्री सर्विस डाटा (USSD), डेबिट और क्रेडिट कार्ड, प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स (PPI) और मोबाइल बैंकिंग शामिल हैं। आज हम आपको बताएंगे कि डिजिटल ट्रांजैक्शन नकद भुगतान की तुलना में आपकी जेब पर कैसे भारी पड़ता है और किस तरह के लेन-देन के लिए आपको कितना शुल्क देना होता है।
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डेबिट और क्रेडिट कार्ड से भुगतान
जब आप क्रेडिट या डेबिट कार्ड से स्वाइप मशीन के जरिए भुगतान करते हैं तो सोचते हैं कि यह बिल्कुल मुफ्त है। आप उस समय शायद यह भूल जाते हैं कि डेबिट और क्रेडिट कार्ड लेने के लिए भी आपको एक शुल्क का भुगतान बैंक को करना होता है। ऐसे डेबिट या क्रेडिट कार्ड की सालाना फीस 200 रुपए से अधिक हो सकती है। यह भी मत भूलें कि आपका डेबिट कार्ड एक ATM कार्ड की तरह भी काम करता है। और अगर आपने मिनिमम फ्री ट्रांजैक्शन कर लिए तो उसके बाद ATM से किए जाने वाले प्रत्येक ट्रांजैक्शन के लिए आपको 15-20 रुपए का भुगतान करना होगा।
दिलचस्प बात यह है कि जब कभी आप दुकानदार के यहां अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड से भुगतान करते हैं तो उसे बैंक के अलावा पेमेंट नेटवर्क जैसे वीजा, मास्टरकार्ड या रूपे को शुल्क देना होता है। ज्यादातर मामलों में दुकानदार यह शुल्क भी आपसे ही वसूलते हैं।
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इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर
फंड ट्रांसफर के लिए आप आम तौर पर नेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग का सहारा लेते हैं। इनमें लॉग-इन करने के लिए आपसे कोई चार्ज नहीं लिया जाता लेकिन जब आप NEFT के जरिए कोई ट्रांजैक्शन करते हैं तो आपको 2.5 से 25 रुपए और RTGS के लिए 30 से 55 रुपए लिए जाते हैं। वहीं प्रत्येक IMPS ट्रांजैक्शन के लिए 5-15 रुपए का शुल्क लगता है।
हालांकि अगर आप अपने मोबाइल एप के UPI के जरिए ट्रांजैक्शन करते हैं तो यह अभी फ्री है। हालांकि, बाद में संभव है आपको इसके लिए भी शुल्क चुकाना पड़े। गौर कीजिए, एप तो मुफ्त है लेकिन इसके डाउनलोड करने के लिए डाटा का चार्ज आपको ही देना होता है भले ही यह कितना भी कम क्यों न हो।
USSD और UPI
इन दोनों माध्यमों से भुगतान पर फिलहाल कुई शुल्क नहीं लिया जाता है। लेकिन संभव है कि भविष्य में इसके जरिए ट्रांजैक्शन करने पर भी चार्ज वसूला जाए।