नई दिल्ली। किसी भी देश की अर्थव्यवस्था में मंदी का दौर कभी भी आ सकता है, इसलिए हर किसी को इससे बचने के लिए तैयार रहना चाहिए। ऐसे में कोशिश होनी चाहिए कि हम अपने निवेश को कैसे मंदी के असर से बचाएं। पहले से योजना बनाकर चलने से आप आर्थिक मंदी के समय में अपने खर्चों को ट्रैक कर सकते हैं। जब अर्थव्यवस्था संतुलित होती है उस समय तैयारी करने से हम अपने आर्थिक जीवन को सुरक्षित कर सकते हैं। जानिए कैसे आप खुद को मंदी के समय में रख सकते हैं सुरक्षित-
1. अपना इमरजेंसी फंड तैयार करें– अपने निवेश को मंदी के असर से बचाने के लिए पहला स्टेप है कि आप एक इमरजेंसी फंड तैयार करें। इस फंड में तीन से छह माह के खर्च के बराबर राशि होनी चाहिए। अगर अपने अच्छे समय में आप यह फंड तैयार नहीं करते तो संकट भरे दिनों में आपको कई दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। अपने पुराने खर्चों में से कुछ कटौती और बचत के जरिये इसे तैयार करना ज्यादा आसान है। मंदी के समय पर हो सकता है कि आपकी इनकम कम हो उस वक्त आपको लोन मिलने में समस्या भी आ सकती है। उस वक्त जब आपको पैसे कि जरूरत होगी तो आप अपनी लंबी अवधि के निवेश में से निकासी करने की सोचेंगे। लंबी अवधि के निवेश में से निकासी करने पर आपको अपने रिटर्न से समझौता करना पड़ता है। अगर आप इमरजेंसी फंड का निर्माण करते हैं तो आप मंदी के दौर में सुरक्षित रह सकते हैं।
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2. अतिरिक्त आय के स्रोत का करें निर्माण– अपने निवेश को मंदी से बचाने के लिए यह दूसरा स्टेप है। हमेशा ध्यान रखें की आपकी नौकरी और सैलरी हमेशा नहीं रहती है। अगर आप अपनी नौकरी से बहुत खुश व संतुष्ट हैं तब भी इमरजेंसी फंड का निर्माण गलत विचार नहीं है। इमरजेंसी फंड के लिए आप अतिरिक्त आय स्रोत का रास्ता अपना सकते हैं, ऐसा आप किसी तरह का कंसल्टिंग या फिर ऑनलाइन काम के जरिये कर सकते हैं। आजकल नौकरी हमेशा रहे यह जरूरी नहीं हैं ऐसे में अपने बुरे समय के लिए अतिरिक्त आय का प्रबंध करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। अतिरिक्त आय से आपका निवेश मंदी से बचा रहेगा।
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3. निवेश का डायवर्सिफिकेशन करें– अपने निवेश को मंदी से बचाने के लिए पोर्टफोलियो में विभिन्नता लाएं। इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो का निर्माण दो के जोड़े में करें ताकि वह एक दूसरे से संबंध रहें। अर्थव्यवस्था में किसी भी तरह की असंगति के समय दो निवेश एक दूसरे के साथ संतुलन बनाएं रखेंगी। यह स्ट्रैटेजी आपके निवेश को मंदी से बचाने के लिए सबसे असरदार तरीका है।
4. अपनी बचत को बढ़ाएं– हर रोज कोशिश करें की आप एक लिमिट में खर्च करें। ऐसा करने से लोन के बोझ से दबने की संभावना कम होती है। अपनी मेहनत की कमाई को बेवजह की चीजों पर खर्च न करें। इसके लिए अच्छा है कि आप अतिरिक्त निवेश करना शुरू कर दें जैसे कि म्यूचुअल फंड्स के एसआईपी में। अपने पुराने सारे लोन चुका दें, अपने एकाउंट्स को ऑर्गेनाइज करें और अपनी रिटायरमेंट के लिए बचत करनी शुरू कर दें। ऐसा करने से आपको ध्यान अपनी इनकम को बढ़ाने पर ज्यादा केंद्रित हो जाएगा। समझदारी से खर्च करना और ज्यादा निवेश करना ही मंदी के समय पर आपके निवेश को बचा सकता है।
5. लंबे समय के बारे में सोचें– निवेश करते वक्त हमेशा लंबे समय को ध्यान में रखें। लंबे समय के निवेश की स्ट्रैटेजी बनाते वक्त मंदी को भी ध्यान में रखकर चलें। अपने सारे पैसे को शेयर बाजार में लगाने से बेहतर है कि हाई क्वालिटी लो एक्सपेंस वाले म्यूचुअल फंड्स में लगाएं। मंदी छोटी अवधि के लिए होती है। अगर आपकी निवेश स्ट्रैटेजी लंबे समय के लिए है तो अर्थव्यवस्था के संभलते ही असर कम हो जाएगा। अपने निवेश को मंदी से बचाने के लिए हमेशा लंबी अवधि के बारे में सोचकर निवेश करें।