नई दिल्ली। शेयर बाजार में निवेश जितना फायदेमंद है, उतना ही जोखिम भरा ही होता है। ऐसे में शेयर बाजार में निवेश का एक बेहतरीन और सुरक्षित विकल्प म्युचुअल फंड होता है। लेकिन नए निवेशकों के लिए यहां भी मुश्किलें कम नहीं हैं। बाजार में उपलब्ध सैकड़ों म्युचुअल फंड में से अपने लिए सही फंड का चुनाव कैसे करें, यदि फंड चुन लिया तो इसमे निवेश कैसे करें। यही कुछ सवाल हैं जिनके चलते आप निवेशक म्युचुअल फंड जैसे टूल्स की बजाए एफडी या आरडी जैसे पुराने विकल्पों में निवेश करते हैं। अपने रीडर्स की मदद के लिए इंडिया टीवी पैसा की टीम म्युचुअल फंड्स की वो तमाम जानकारियां देने जा रहा है, जो आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती हैं।
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सीधे डिस्ट्रिब्यूटर्स के माध्यम से कर सकते हैं निवेश
म्युचुअल फंड्स में सामान्यतया दो तरीकों से निवेश किया जा सकता है। पहला डिस्ट्रिब्यूटर के जरिए और दूसरा ऑनलाइन निवेश। अगर आप नए निवेशक हैं तो आपके लिए डिस्ट्रिब्यूटर की मदद लेना फायदेमंद हो सकता है। इनके पास फंड से जुड़ी तमाम जानकारी होती है और ये म्युचुअल फंड्स भी बेचते हैं। इनके पास की सारे फंड्स होते हैं। यह निवेशक और फंड के बीच एजेंट की भूमिका निभाते हैं। लेकिन जरूरी है कि निवेश से पहले खुद भी जांच पड़ताल करें, पूरी तरह डिस्ट्रिब्यूटर पर निर्भर नहीं रहना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि कुछ डिस्ट्रिब्यूटर केवल वही फंड्स बेचते हैं जिन पर उन्हें ज्यादा कमिशन मिलता है।
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फाइनेंशियल प्लानर की लें एडवाइस
फाइनेंशियल प्लानिंग में डिस्ट्रिब्यूटर भी मदद करते है। कभ बार तो फाइनेंशियल प्लानर ही डिस्ट्रिब्यूटर होते है। डिस्ट्रिब्यूटर देने पर फीस वसूलते हैं और आगे के कागजी कामों में भी मदद करते हैं। यह आपके संबंधित जस्तावेज जमा करवा देते हैं। और साथ ही यूनिट्स अलॉटमेंट, रिडंपशन की जानकारी, पता बदलने या फिर बैंक डिटेल जैसी चीजों में डिस्ट्रिब्यूटर मदद करता है।
म्युचुअल फंड में ऑनलाइन निवेश
ऑनलाइन माध्यम से निवेश में समय बचता है। यहां भी आप डिस्ट्रिब्यूटर के जरिए ऑनलाइन निवेश कर सकते हैं। इसके अलावा आप खुद कंपनी की वेबसाइट पर जाकर फंड खरीद सकते हैं। ऑनलाइन निवेश के लिए डिस्ट्रिब्यूटर की साइट पर जाएं और सीधे फंड की साइट से निवेश कर सकते है। इससे खर्च बचता है, लेकिन सीधे निवेश में ज्यादा एलवी मिलता है। ऐसा आप ब्रोकरेज की साइट से भी भी कर सकते है। यहां केवाइसी पहले सी हो चुका होता है तो दोबारा करने की जरूरत नहीं पड़ती। ब्रोकर की साइट का यह फायदा है कि यहां फंड्स से जुड़ा रिसर्च, रिटर्न और जोखिम सब कुछ मिल जाता है।