सुरक्षित और बेहतर रिटर्न के लिहाज से पोस्ट ऑफिस स्कीम (Post Office Scheme) बड़ी आकर्षण रहती है। आजकल लोग कम जोखिम और बेहतर रिटर्न वाली स्कीमों को ही ज्यादा तवज्जो देते हैं। इसलिए ऐसे लोग पोस्ट ऑफिस को उम्दा विकल्प मानते हैं। चलिए हम आपको पोस्ट ऑफिस की कुछ ऐसी स्कीमों के बारे में बताते हैं जो आपके बेहतर कल का सुरक्षित निवेश मानी जाती हैं।
चलिए आपको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई गई सुकन्या योजना के बारे में बताते हैं जो आपके बेटी के भविष्य का खरा निवेश हो सकती है।
सुकन्या योजना- इस योजना के तहत एक वित्तीय वर्ष में आप एक खाते में एक हजार से लेकर डेढ़ लाख तक की सीमा तक कितनी भी रकम जमा करवा सकते हैं। इस खाते में खाता खुलने के 14 साल बाद तक ही पैसा जमा होगा, हालांकि यह खाता आपकी कन्या के 21 साल का होने पर ही मैच्योर होगा। बेटी के 18 साल का होने पर आप चाहें तो खाते से आधा पैसा निकाल सकते हैं वहीं कन्या के 21 साल का होने पर उसके माता-पिता को खाते का पूरा पैसा मिल जाएगा। इस योजना की सबसे अहम बात यह है कि अगर 18 से 21 साल के दौरान ही बेटी की शादी करा दी जाती है तो यह अकाउंट उसी साल बंद हो जाएगा। अगर किसी के दो बेटियां हैं तो वो दो खाते खुलवा सकता है।
सेविंग अकाउंट- पोस्ट ऑफिस भी सेविंग अकाउंट खोलता है। इस खाते में जमा राशि पर आपको 4 फीसदी का ब्याज मिलता है। आपको बता दें कि 20 रुपए की नकद राशि मात्र से ही कोई भी व्यक्ति डॉकघर में सेविंग बैंक अकाउंट खोल सकता है।
मंथली इनकम स्कीम(MIS)- अपने निवेश को लेकर जोखिम भरा निवेश किसी को भी अच्छा नहीं लगता इसलिए मंथली इनकम स्कीम हर किसी के लिए बेहतर विकल्प होता है। इस योजना के तहत धारक को उसकी जमा पूंजी पर 8.40 प्रतिशत का ब्याज मिलता है। हालांकि ब्याज की यह दर वित्तीय वर्ष के हिसाब से बदलती रहती है। इस योजना के तहत हर महीने ब्याज की राशि आपके खाते में पहुंचा दी जाती है। इस योजना की मैच्योरिटी अवधि 6 साल होती है और इस योजना का लाभ लेने के लिए आपको अपने खाते में कम से कम 1500 रुपए रखने होते हैं।
सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम- डाकघर वरिष्ठ नागरिकों के लिए सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम चलाता है जो पांच की अवधि के लिए होती है। इस स्कीम के तहत जमापूंजी पर 9 फीसदी के हिसाब से ब्याज मिलता है। इस स्कीम का लाभ लेने वाले खाताधारक की उम्र 60 साल होनी चाहिए। योजना के तहत निवेश करने वाला आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत लाभ प्राप्त करता है।
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट- यह योजना काफी हद कर फिक्सड डिपाजिट के जैसी ही होती है। हूबहू पीपीएफ की तरह की इसमें मिलने वाला ब्याज आयकर मुक्त होता है। इसमे जमाराशि पर 8.5 फीसदी के हिसाब से ब्याज दिया जाता है। इसमें पांच साल के लॉकइन पीरियड के साथ 10 साल की एनएससी भी शुरु की गई है इसपर 8.8 फीसदी का ब्याज मिलता है।
टाइम डिपोजिट स्कीम- यह योजना अमूमन पांच साल के लिए होती है। इसे महज 200 रुपए से शुरू किया जाता है। पहले चार सालों तक ब्याज दर 8.4 प्रतिशत रहती है और जबकि पांचवें साल राशि पर 8.5 प्रतिशत का ब्याज मिलता है। ब्याज सालाना मिलता है। हालांकि, ब्याज को तिमाही के आधार पर ही जोड़ा जाता है। योजना में मिलने वाला ब्याज आयकर मुक्त है।