नई दिल्ली। भारतीय शहरों में रहन-सहन मानकों के संदर्भ में हैदराबाद लगातार तीसरे साल बेहतरीन शहर के रूप में उभरा है। परामर्श कंपनी मर्सर की सूची में वैश्विक स्तर पर वियना शीर्ष पायदान पर है। मर्सर की क्वालिटी ऑफ लिविंग रैंकिंग- 2017 के अनुसार भारतीय शहरों में रहन-सहन मानकों के हिसाब से राष्ट्रीय राजधानी को लगातार दूसरे साल सबसे कम अंक प्राप्त हुए हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक हैदराबाद और पुणे दोनों गुणवत्तापूर्ण रहन-सहन के लिहाज से परंपरागत व्यापार केंद्रों मुंबई और नई दिल्ली की तुलना में आगे हैं। मुंबई और नई दिल्ली क्रमश: 154 और 161वें स्थान पर रहे हैं। हालांकि, इस साल की सूची में हैदराबाद पांच स्थान नीचे खिसककर 139वें से 144वें स्थान पर आ गया। इसका कारण बिजली आपूर्ति और पानी की उपलब्धता में कमी है।
नई दिल्ली को हवाईअड्डा सुविधा, अंतरराष्ट्रीय स्कूलों की उपलब्धता और प्राकृतिक आपदा की कम संभावना के चलते अच्छे अंक हासिल हुए, लेकिन अपराध की दर ऊंची होने, वायु प्रदूषण तथा जल की उपलब्धता जैसे नकारात्मक कारणों से यह पीछे रह गई।
ग्लोबल मोबिलिटी की प्रिंसिपल और भारत प्रमुख रुचिका पाल ने कहा,
बढ़ते वायु प्रदूषण, यातायात की बढ़ती समस्या और औद्योगिकीकरण के कारण दिल्ली चुनौतीपूर्ण बना हुआ है। समय के साथ हैदराबाद, पुणे और चेन्नई पसंदीदा शहर के रूप में उभरे हैं, जिसका कारण अपराध की दर कम होना, वायु प्रदूषण में कमी तथा अंतरराष्ट्रीय एवं अच्छी साख वाले अंग्रेजी स्कूलों के विकल्प में सुधार है।
- उन्होंने कहा कि सर्वे में शामिल भारतीय शहर पिछले साल के मुकाबले रहन-सहन की गुणवत्ता के पैमाने में अधिक सुधार नहीं कर सके हैं।
- इसमें एकमात्र अपवाद चेन्नई है, जिसका अंक मामूली रूप से सुधरा है, जिसका कारण सार्वजनिक परिवहन आदि है।
- वैश्विक स्तर पर वियना लगातार आठवें साल शीर्ष स्थान पर है।
- शीर्ष 10 शहरों में ज्यादातर यूरोपीय शहर हैं।
- यूरोपीय शहरों में ज्यूरिख (दूसरे), म्यूनिख (चौथे), डसेलडोर्फ (छठे), फ्रैंकफर्ट (सातवें), जिनेवा (आठवें), कोपनहेगेन (नौवें) और बासेल (10वें) हैं।
शीर्ष 10 शहरों में शामिल गैर-यूरोपीय देश ऑकलैंड (तीसरे), वैंकूवर (पांचवें) हैं।
- एशिया और लैटिन अमेरिकी देशों में सिंगापुर (25वें) तथा मोंटेवीडियो (79वें) का स्थान है।
- मर्सर अपने सर्वे में शहर में बुनियादी ढांचा को शामिल करता है, जिसमें बिजली की आपूर्ति, पेयजल की उपलब्धता, टेलीफोन और मेल सेवाएं तथा सार्वजनिक परिवहन के साथ यातायात तथा अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की उपलब्धता पर गौर किया जाता है।