नई दिल्ली। अगर आपने पहले से ही होम लोन लिया हुआ है और भुगतान के कुछ वर्षों बाद आपको दोबारा कुछ अतिरिक्त लोन की जरूरत पड़ी तो आप क्या करोगे? जाहिर है कि आप एक नए लोन के लिए आवेदन करने की सोचेंगे और आपको यह आसानी से मिल भी जाएगा, लेकिन यदि आपके पास होम लोन है तो यहां अतिरिक्त लोन हासिल करने का एक आसान और तेज विकल्प भी है, वह है टॉप-अप लोन।
कैसे काम करता है टॉप अप लोन
जब आप पहली बार होम लोन लेते हैं, तो आपकी कुछ होल लोन योग्यता सीमा होती है, जिसके तहत आप उतना लोन ले सकते हैं। यदि आप इस पूरी सीमा का उपयोग कर लेते हैं तो आपको तुरंत अतिरिक्त लोन नहीं मिलेगा। लेकिन कुछ वर्षों के बाद, जब आप अपने मौजूदा लोन की कुछ किस्तों का भुगतान कर देते हैं और आपकी सैलरी भी बढ़ जाती है तो यह हो सकता है कि आपकी लोन योग्यता भी बढ़ जाए। इस समय आप टॉपअप लोन लेने के योग्य होंगे, जो कि आपके मौजूदा होम लोन के बराबर हो सकता है। अधिकांश बैंकों का नियम है कि मौजूदा लोन का 6-12 किस्तों का भुगतान करने के बाद ही कोई टॉपअप लोन के लिए योग्यता हासिल कर सकता है।
इसे समझिए उदाहरण से
कार्तिक एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है, जो कि बेंगलुरु में काम करता है। उसकी सालाना इनकम 10 लाख रुपए है। उसकी लोन योग्यता 50 लाख रुपए है, उसने 45 लाख रुपए तक का लोन लिया। अब तीन वर्षों तक ईएमआई का भुगतान और सैलरी 12 लाख रुपए सालाना होने के बाद उसका आउटस्टैंडिंग लोन बैंलेस 38 लाख रुपए बचा है, उसकी मौजूदा इनकम के हिसाब नए लोन की योग्यता 55 लाख रुपए हो गई है।
अब अगर वह टॉपअप लोन के लिए आवेदन करता है तो बैंक उसके नए लोन में से 38 लाख रुपए काट लेगा और शेष 17 लाख रुपए का टॉप अप लोन दे देगा। ऐसे में डॉक्यूमेंटेशन और पूरी प्रक्रिया तेजी से होगी, क्योंकि बैंक पहले से ही आपकी हिस्ट्री जानता है। टॉप अप लोन लेने के लिए आपका रिपेमेंट ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा होना चाहिए। जरूरी नहीं है कि अगर आपके पास लोन योग्यता है तो आपको टॉपआप लोन मिलेगा ही। टॉपअप लोन देने से पहले बैंक आपके लोन लेने की वजह के बारे में भी जांच पड़ताल करते हैं।
टॉपअप लोन किन वजहों के लिए लिया जा सकता है
- घर के रेनोवेशन
- पर्सनल लोन
- दूसरी प्रॉपर्टी खरीदने के लिए
- जमीन या प्लॉट खरीदने के लिए
- बच्चे की पढ़ाई या शादी क लिए
- बिजनेस के लिए
जानिए टॉपअप लोन से जुड़ी पांच बातें
टॉप अप लोन पर टैक्स बैनेफिट- टॉपअप लोन पर टैक्स बैनेफिट केवल उस स्थिति में मिलेगा अगर लोन की राशि का इस्तेमाल घर खरीदने या फिर रेनोवेशन के लिए किया जाए। इसके अतिरिक्त किसी अन्य काम के लिए लोन पर बैनेफिट नहीं दिया जाएगा।
टॉप अप के लिए इंटरेस्ट रेट– बैंक की ओर से दिए जाने वाले होम लोन के ब्याज का 1.5 से 2 फीसदी ज्यादा इंटरेस्ट रेट लगाया जाता है। मसलन, इंटरेस्ट रेट 11.5 फीसदी से 14 फीसदी तक का हो सकता है।
किसी सिक्योरिटी की जरूरत नहीं-टॉपअप लोन के लिए किसी भी एसेट को गिरवी रखने की जरूरत नहीं होती क्योंकि यह मौजूदा लिए गए होम लोन के आधार पर दिया जाता है। इसमें एक चीज का ध्यान रखें कि बैंक से अपने ओरिजनल हाउस पेपर्स मांगने से पहले होम लोन के साथ-साथ टॉपअप लोन को भी बंद कराएं।
टॉप अप लोन की राशि- सामान्य तौर पर टॉपअप लोन की राशि असल होम लोन की राशि से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। साथ ही टॉपअप लोन के लिए बैंक एक अपर लिमिट तय करता है जो 15 लाख रुपए से 40 लाख रुपए के बीच में होता है। अगर आपने 30 लाख रुपए का होम लोन लिया हुआ है तो आप अधिकतम 30 लाख रुपए तक का टॉपअप लोन ले सकते हैं।
प्रोसेसिंग फीस- अधिकांश बैंक टॉपअप लोन अप्रूव करने से पहले प्रोसेसिंग फीस चार्ज करते हैं। यह चार्जेस होम लोन प्रोसेसिंग चार्जेस के बराबर होते हैं। यह चार्जेस 0.75 फीसदी या फिर 2000 रुपए इनमें से, जो भी ज्यादा होता है, बैंक प्रोसेसिंग फीस के तौर पर आप से ले लेता है।
पर्सनल लोन का बेहतर विकल्प है टॉपअप लोन
टॉपअप लोन, पर्सनल लोन का एक बेहतर विकल्प है, ऐसा इसलिए क्योंकि होम लोन लेने के बाद टॉपअप लोन मिलने की संभावना ज्यादा होती है। साथ ही अगर आपका रि-पेमेंट रिकॉर्ड अच्छा है और होम लोन रिपेमेंट के 3 से 4 वर्ष हो गए हैं तो आपको एक अच्छी राशि का टॉपअप लोन आसानी से मिल जाता है।