नई दिल्ली। क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल समय के साथ साथ बढ़ रहा है। कंपनियां भी कार्ड होल्डर्स के ट्रांजेक्शन को बढ़ाने के लिए कई तरह के फायदे देती हैं। इसमें सबसे अहम है कार्ड से पर्चेजिंग पर मिलने वाले पॉइंट। ये पॉइंट कस्टर द्वारा खर्च की गई रकम के आधार पर मिलते हैं। क्रेडिट कार्ड के पॉइंट को रिडीम कराने से पहले कार्ड होल्डर्स को कुछ बातें ध्यान में रखनी चाहिए। पहली चीज यह कि कार्ड पर इकट्ठा होने वाली रिवार्ड पॉइंट पर ध्यान दें। यह समय के साथ साथ जुड़ते रहते हैं और निश्चित समय में ही इन्हें रीडीम करा सकते हैं। उसके बाद इनकी वैल्यु नहीं रहती है।
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एक्युमुलेशन
क्रेडिट कार्ड के पॉइंट को इस्तेमाल करने की स्थिति तभी आती है जब उसमें पॉइंट इकट्ठा हो जाते हैं। एक्युमुलेशन उस वक्त से शुरु हो जाती है जब से कार्ड से खरीदारी करनी शुरु कर देते हैं। लेकिन हर 100 रुपए की खरीदारी पर मात्र 1 या 2 पॉइंट मिलते हैं। असल वैल्यु अलग अलग कार्ड पर निर्भर करती है। कार्ड होल्डर इन पॉइंट को एक निश्चित अंक तक पहुंचने के बाद ही रिडीम करा सकते हैं। यह अंक 2000 भी हो सकते हैं और 5000 भी।
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कंवर्जन
जो लोग अपनी क्रेडिट कार्ड पॉइंट को ट्रैक करना नहीं चाहते, लेकिन एक निश्चित अंक तक पहुंच कर लाभ उठाना चाहत हैं तो इनेक लिए एक आसान का विल्कप है। जिस बैंक ने क्रेडिट कार्ड इश्यु किया है उस आप निवेदन कर सकते हैं कि इकट्ठे हुए पॉइंट को विशेष जगहों पर कंवर्ट कर सकते हैं। इसमें सबसे सटीक उदाहरण एयरलाइन्स माइल्स है। अधिकांश क्रेडिट कार्ड इश्यू करने वाले बैंकों का एयरलाइन्स के साथ टाई अप होता है जिसके तहत वह पॉइंट को उस व्यक्ति के नाम पर संबंधित एयरलाइंस के टिकट की कीमत में कन्वर्ट कर लेते हैं। इसके अलावा कुछ बैंक डोनेशन या फिर चैरिटी का भी विकल्प देते हैं।
अतिरिक्त चार्जेस
कार्ड होल्डर्स को अपने कार्ड पर इकट्ठे हुए पॉइंट को रिडीम करवाते समय उस पर लग रहे अतिरिक्त चार्जेस को भी ध्यान में रखना चाहिए। कुछ बैंक यह चार्जेस लगाते हैं जिनका भुगतान कार्ड धारक को करना पड़ता है। इसका एक सामान्य उदाहरण फ्लेट रिडेंपशन फी है। ये वो राशि हे जो कि पॉइंट को किसी गिफ्ट के लिए रिडीम कराने पर लगाई जाती है। ये वाउचर गिफ्ट आदि भी हो सकता है। कई बार बैंक यह स्पष्ट नहीं करते कि पॉइंट को किस के लिए रिडीम कर रहे हैं। एक और चीज ध्यान में रखें कि बैंक आपसे डिलिवरी चार्ज भी ले सकते हैं जैसे कि कुरियर चार्ज या इससे संबंधित अन्य चार्जेस।