नई दिल्ली। मंगलवार को केरल तट से टकराने के बाद मानसून तेजी से देश के अन्य हिस्सों की ओर बढ़ रहा है। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक सन 2011 के बाद देश में इस साल सबसे जल्दी मानसून ने दस्तक दी है। पर क्या आप जानते है कि सामान्य मानसून का आम आदमी की जेब पर बड़ा असर पड़ता है। मतलब साफ है कि मानसून के सीजन में अगर अच्छी बारिश होती है तो देश में एग्री प्रोडक्ट्स की पैदावार अच्छी होगी। लिहाजा महंगाई घटेगी और कर्ज सस्ता होगा। इससे आम आदमी भी कम पैसे खर्च कर ज्यादा सामान खरीद पाएगा।
इस साल 96 फीसदी बारिश का अनुमान
मौसम विभाग ने इस बार पिछले 50 वर्षों की औसत बारिश की 96 फीसदी बरसात होने की भविष्यवाणी की है। 2014-15 और 2015-16 के दो लगातार सूखों के बाद इस साल की संभावित अच्छी बारिश खेती के लिए ही नहीं, पूरी अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर है।यह भी पढ़े: #monsoon2017: मानसून के इस सीजन में आपके पास है इन शेयरों में पैसा बनाने का मौका, ऐसे उठाएं फायदा
मानसून और आम आदमी
मानसून पर एक्सपर्ट्स कहते हैं कि सामान्य मानसून होने का असर देश की इकोनॉमी पर चौतरफा होता है। सबसे बड़ा फायदा रूरल इकोनॉमी को बूस्ट मिलने के रूप में होता है। इसकी वजह से वहां को लोगों की इनकम बढ़ती है। जिसका फायदा एफएमसीजी सेक्टर, ऑटो सेक्टर, बैंकिंग सेक्टर से लेकर एग्री सेक्टर को मिलता है। यह भी पढ़े: #Southwestmonsoon: केरल और नॉर्थ ईस्ट में मानसून ने दी दस्तक, तूफान ‘मोरा’ बांग्लादेश पहुंचा
बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल मानसून सामान्य रहने से ग्रामीण मांग में सुधार जारी रहना चाहिए। इसलिए RBI अगस्त में ब्याज दरें 0.25 फीसदी तक घटा सकता है। प्रख्यात कृषि वैज्ञानिक एम एस स्ववामीनाथन ने कहा कि मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार वर्ष 2017 में सामान्य मानसून रहने से निश्चित तौर पर किसानों की आय बढ़ेगी। लेकिन किसानों को बेहतर आय सुनिश्चित हो इसके लिए बेहतर मूल्य और बाजार के अवसर उतना ही महत्वपूर्ण हैं।
आम आदमी को होते है ये फायदे
1.कम होगी महंगाई
RBI ने 5-6 अप्रैल की बैठक में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया था। आरबीआई गवर्नर ने इस फैसले के पीछे दलील दी है, कि मानसून की स्थिति को देकर ही फैसला लेंगे, अगर कमजोर मानसून रहता है तो महंगाई फिर से बढ़ सकती है। अगर मानसून अच्छा रहता है, तो उसका पॉजिटिव असर महंगाई पर होगा। क्रिसिल की रिपोर्ट के अनुसार अगर मानसून अच्छा रहता है, तो खाद्य महंगाई दर में कमी आएगी। साथ ही ग्लोबल फैक्टर से जो महंगाई बढ़ने की आशंका है, उसके असर को कम करेगा।यह भी पढ़े: PNB ने मई महीने में दूसरी बार किया ब्याज दरों में कटौती का फैसला, MCLR में की 0.05 फीसदी की कटौती
2.कर्ज होगा सस्ता, घटेगी EMI का बोझ
विदेश ब्रोकरेज हाउस बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच, नोमुरा ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि मानसून अच्छा होने से फाइनेंशियल ईयर 2016-17 की दूसरी छमाही में खाद्य महंगाई घटेगी। ऐसे में आरबीआई के लिए रेट कट करना आसान होगा। अर्थशास्त्री कहते है ऐसी स्थिति में आरबीआई के लिए कर्ज सस्ता करना आसान होगा। जिसकी वजह से होम लोन, ऑटो लोन,बिजनेस लोन सहित दूसरे लोन सस्ते हो जाएंगे। जिसका फायदा नए कस्टमर से लेकर पुराने कस्टमर को मिलेगा। यह भी पढ़े: Moodys ने कहा- सरकार के फास्ट रिफॉर्म के बावजूद भारत की GDP ग्रोथ 4 साल में होगी 8 फीसदी
3.बढ़ेगी सेविंग
अर्थशास्त्रियों के अनुसार मानसून अच्छा होने से छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में लोगों की इनकम बढ़ती है। जिसका सीधा असर उनके खर्च और सेविंग पर होता है। अगर अच्छा मानसून रहेगा तो लोगों की सेविंग तेजी से बढ़ती है। जिसका पॉजिटिव असर बैंकिंग सेक्टर को मिलता है।
4.बढ़ेंगे नौकरियों के अवसर
मानसून अच्छा होने से सबसे ज्यादा फायदा एफएमसीजी, ऑटो, एग्रीकल्चर और बैंकिंग सेक्टर को होता है। किसान और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की इनकम बढ़ने से इन सेक्टर में डिमांड बढ़ती है। जिससे ऑटो, कंज्यूमर ड्यूरेबल सहित दूसरी कंपनियों में रिवाइवल होता है और इन सेक्टर में नई नौकरियों की डिमांड बढ़ती है। यह भी पढ़े: मोबाइल नंबर की तरह बैंक एकाउंट के लिए भी शुरू हो पोर्टेबिलिटी, RBI डिप्टी गवर्नर ने दिया सुझाव
5.मिलेंगे बड़े रिटर्न
कैपिटल सिंडिकेट के मैनेजिंग पार्टनर सुब्रमण्यम पशुपति के मुताबिक अच्छे मानसून का ऑटो सेक्टर पर सकारात्मक असर होगा। अच्छे मॉनसून के चलते ऑटो सेक्टर में मांग बढ़ने की उम्मीद है। टाटा मोटर्स की वैल्यूएशन अच्छी दिख रही है। ऐसे में इन्वेस्टर्स मारुति के शेयर में गिरावट पर खरीददारी कर सकते है। ऑटो सेक्टर में टू-व्हीलर सेगमेंट में निवेश किया जा सकता है। टू-व्हीलर सेक्टर में टीवीएस मोटर और बजाज ऑटो पर पैसा लगाकर अच्छी कमाई कर सकते हैं।
6.पानी की कमी दूर होगी
अच्छे मानसून से काफी हद तक पानी की समस्या का भी समाधान होता है। एक तो नदियों, तालाबों में पर्याप्त पानी हो जाता है। दूसरे, भूजल भी रिचार्ज होता है। यदि मानूसन अच्छा रहे तो अगले साल गर्मियों तक पानी के स्रोतों पर इसका सकारात्मक प्रभाव रहता है।