नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2016-17 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में देश में प्रमुख शहरों में घरों के दाम औसतन 8.3 प्रतिशत बढ़े हैं। सबसे अधिक वृद्धि लखनऊ में 19.3 प्रतिशत दर्ज की गई है। रिजर्व बैंक द्वारा जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है।
रिजर्व बैंक के तिमाही आवास मूल्य सूचकांक (एचपीआई) के अनुसार अक्टूबर-दिसंबर 2016-17 की तिमाही में अखिल भारतीय सूचकांक 240.2 पर पहुंच गया, जो एक साल पहले समान अवधि में 221.7 पर था। यह आंकड़ा 10 प्रमुख शहरों में आवास पंजीकरण प्राधिकरणों से प्राप्त सूचनाओं पर आधारित है। ये दस प्रमुख शहर हैं मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, लखनऊ, अहमदाबाद, जयपुर, कानपुर और कोच्चि। इस इंडेक्स के लिए आधार वर्ष 2010-11 है।
केंद्रीय बैंक ने एक बयान में कहा कि अखिल भारतीय एचपीआई में वार्षिक वृद्धि तीसदी तिमाही में 60 आधार अंक की बढ़ोतरी के साथ 8.3 प्रतिशत रही। हालांकि, यह पिछले साल की वृद्धि दर 9.7 प्रतिशत से कम है।
इस अवधि में जहां लखनऊ में मकान 19.3 प्रतिशत तक महंगे हुए, वहीं जयपुर में आवास कीमतों में 5.4 प्रतिशत की गिरावट आई। अन्य प्रमुख शहरों में घरों के दाम वार्षिक आधार पर बढ़े हैं। आंकड़ों के मुताबिक मुंबई में घरों की कीमतों में 12.87 प्रतिशत, दिल्ली में 4.86 प्रतिशत, बेंगलुरु में 9.32 प्रतिशत, अहमदाबाद में 5.06 प्रतिशत, कोलकाता में 7.18 प्रतिशत, चेन्नई में 10.5 प्रतिशत तथा कानपुर में 5.03 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।
कोची में घरों की कीमतों में एक प्रतिशत की गिरावट आई है। तीसरी तिमाही में 10 में से 7 शहरों में कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में इससे पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले कानपुर में सबसे ज्यादा 12.1 प्रतिशत की वृद्धि रही, जबकि कोची में 4.7 प्रतिशत की गिरावट आई।