मुंबई। हाउसिंग सेक्टर को प्रोत्साहन देने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने होम लोन जारी करने वाले बैंकों के लिए पूंजी आवश्यकता को और आसान बना दिया है। आरबीआई ने व्यक्तिगत होम लोन पर जोखिम भारांश को कम कर दिया है, जो तत्काल प्रभाव से लागू होगा। कम जोखिम भारांश के साथ बैंकों को अब इसके लिए कम पूंजी का प्रावधान करना होगा और इससे कर्जदार की क्षमता में और वृद्धि होगी।
इसी प्रकार केंद्रीय बैंक ने 75 लाख रुपए से अधिक के व्यक्तिगत आवास ऋण के लिए जोखिम भारांश 75 प्रतिशत से घटाकर 50 प्रतिशत कर दिया है। केंद्रीय बैंक के इस कदम से मकान के लिए कर्ज सस्ता हो सकता है। मानक संपत्ति प्रावधान या प्रत्येक कर्ज के एवज में अलग रखी जाने वाली राशि को 0.40 प्रतिशत से घटाकर 0.25 प्रतिशत किया गया है। इससे आवास ऋण पर ब्याज दर में कमी लाने में मदद मिलेगी। विश्लेषकों का कहना है कि कम जोखिम भारांश की वजह से बैंकों की पूंजी लागत कम होगी जिससे भविष्य में ब्याज दरों में निश्चित ही कटौती की संभावना होगी।