गुरुग्राम। बैंको द्वारा लगातार ब्याज दरों में की जा रही कटौती और रेरा और जीएसटी जैसे सुधारात्मक कानून के लागू होने की बढ़ती संभावनाओं के बीच निजी निवेशकों का ध्यान अफोर्डेबल हाउसिंग की तरफ बढ़ रहा है।
लोगों को सस्ते आवास मुहैया कराने के लिए जारी परियोजनाओं में अब धीरे-धीरे निजी निवेशों की संख्या बढ़ती जा रही है, जो की इन परियोजनाओं को नई तेजी के साथ आगे बढ़ा रहें हैं। इसी दिशा में हरियाणा सरकार की सस्ते आवास नीति योजना के तहत लगभग 40 निवेशकों को लाइसेंस दिया जा चुका है साथ ही 2017 तक 50,000 आवास इकाई तैयार करने की उम्मीद जताई जा रही है।
सिग्नेचर ग्लोबल के चेयरमैन और सह-संस्थापक प्रदीप अग्रवाल ने कहा कि,
सिग्नेचर ग्लोबल ने पिछले सप्ताह ही सस्ते आवास की दो परियोजनाएं यहां शुरू की हैं। इन दोनों परियोजनाओं की कुल लागत करीब 500 करोड़ रुपए होगी। इनमें 18 से 24 लाख रुपए के दायरे में 2,405 आवास इकाई होंगी।
- सिग्नेचर ग्लोबल, जो कि सस्ते मकानों की परियोजनाएं चलाती है, एसएमसी वित्तीय निवेश कंपनी का एक अहम पक्ष है।
- ज़्यादातर परियोजनाओं में बनने वाले मकानों का आवंटन आवेदकों को लॉटरी के जरिये किया जाएगा।
- निवेशकों द्वारा यह विश्वास जताया जा रहा है कि परियोजना में आवेदन करने वाले जरूरत से ज्यादा लोग होंगे।
- साथ ही इन परियोजनों को पहले ही सफल दृष्टिकोण से देखा जा रहा है।
- हाल में किए गए 500 करोड़ के निवेश से योजना को काफी तेजी मिलेगी।
- प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ब्याज सब्सिडी मिलने पर कंपनी को सस्ते आवासों की मांग बढ़ने की उम्मीद है।