अब सवाल यह खड़ा होता है कि क्या ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस कर्मचारी के स्वास्थ्य बीमा संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त होता है? या हेल्थ इंश्योरेंस की ऐसी क्या खूबियां हैं जिसकी वजह से हर कर्मचारी के लिए यह लेना महत्वपूर्ण हो जाता है।
पहले समझिए ग्रुप इंश्योरेंस क्या होता है?
50 या 50 से ज्यादा लोगों के लिए खरीदे गए इंश्योरेंस को ग्रुप इंश्योरेंस कहा जाता है। आम तौर पर बड़े संस्थान अपने कर्मचारियों को यह पॉलिसी ऑफर करते हैं। ग्रुप इंश्योरेंस का फायदा यह है कि इसमें प्रोपोसर अपनी जरूरत के हिसाब से बदलाव कर सकता है और फिर अपने कर्मचारियों को बेनेफिट के तौर पर ऑफर कर सकता है। इस सुविधा से इंश्योरेंस कंपनियों को काफी फायदा मिलता है क्योंकि उन्हें एक ही स्रोत से ऊंचा प्रीमियम मिलता है। जबकि कंपनी भी एक मुश्त राशि प्रीमियम का भुगतान कर अपने तमाम कर्मचारियों के लिए इंश्योरेंस खरीद लेती है।
ग्रुप हेल्थ कवर लेने के फायदें
मेडिकल जांच नहीं होती जरूरी
ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस में सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि इसमें किसी भी तरह के मेडिकल चेकअप (स्वयं और परिवार के लिए) की जरूरत नहीं पड़ती। पॉलिसी खरीदने के पहले दिन से ही हर कोई इसके अंतर्गत आता है। जबकि बाजार में कोई अन्य इंश्योरेंस खरीदने पर जांच करवाना जरूरी होता है।
मैटरनिटी कवर का मिलता है फायदा
ग्रुप इंश्योरेंस में पहले दिन से मैटरनिटी खर्च शामिल होते है। बाजार से कोई इंश्योरेंस खरीदने की स्थिति में मैटरनिटी कवर के लिए उपभोक्ता को अलग से प्रीमियम का भुगतान करना पड़ता है। इसलिए अगर आप कंपनी ज्वाइन करते हैं और ग्रुप हेल्थ कवर बेनिफिट स्कीम के अंतर्गत आते हैं तो आपको तुरंत मैटरनिटी लाभ मिलेंगे।
वेटिंग टाइम नहीं होता-
ग्रुप इंश्योरेंस का तीसरा सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें किसी भी तरह का कोई वेटिंग टाइम नहीं होता है। यहां तक की पहले से हुई बीमारियां भी इसमें शामिल होती हैं। इसलिए अगर आपके माता पिता को डायबिटीज या हृदय रोग है तो वह पहले दिन से इस पॉलिसी में शामिल हो जाते हैं। जबकि बाजार से अगर आप खुद पॉलिसी खरीदते हैं तो उस स्थिति में यह बेनिफिट नहीं मिलेगा। पॉलिसी के बेनेफिट का पूरा फायदा उठाने के लिए आपको एक निश्चित समय का इंतजार करना होगा।
ग्रुप इंश्योरेंस होता है किफायती
ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस में प्रति व्यक्ति प्रीमियम कम होता है। इसलिए नियोक्ता की ओर से अगर आपको ग्रुप इंश्योरेंस देने की पेशकश की जाती है तो इसका चयन करें। इससे आप बहुत थोड़ा सा प्रीमियम देकर अपेक्षाकृत ज्यादा लाभ उठा सकते हैं।
लेकिन केवल ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस ही नहीं काफी
जरूरत पड़ने पर सबसे पहले आप अपने निजी इंश्योरेंस का इस्तेमाल करें। ऐसा इसलिए क्योंकि आपकी ओर से ली गई पॉलिसी संबंधी सभी अधिकार आपके पास होंगे। नियोक्ता की ओर से दी गई हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी कभी भी बंद हो सकती है जिसके कारण रिटारमेंट के बाद आपको इसका लाभ नहीं मिलेगा। साथ ही एक निश्चित प्रीमियम पर मिलने वाली ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में काफी सारी सीमाएं भी होती हैं। इसलिए कंपनी की ओर से मिलने वाली ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के अलावा भी आपको अपने वित्तीय सलाहकार की मदद लेकर जरूरत के आधार पर बाजार से हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदनी चाहिए।
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