नई दिल्ली। सरकार की सख्ती और लगातार घटती डिमांड के चलते घरेलू बाजार में सोने (GOLD) की कीमतें लगातार गिर रही है। हालांकि किसी ने आज से 10 साल पहले सोने में 1 लाख रुपए का निवेश किया होता तो उसे 3 गुना से भी ज्यादा यानी 3.5 लाख रुपए मिलते। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि इस साल सोने की कीमतों में ज्यादा तेजी की उम्मीद नजर नहीं आ रही है, लेकिन शेयर बाजार और सरकारी सिक्युरिटी (बॉन्ड्स) में निवेश कर डबल डिजिट रिटर्न हासिल किए जा सकते है।
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GOLD ने 10 साल में दिया सबसे ज्यादा रिटर्न
- वैल्यू रिसर्च की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 10 साल (1 जनवरी 2007 से 31 दिसंबर 2016) में सभी एसेट क्लास के रिटर्न पर नजर डाले तो सोने ने सबसे ज्यादा 12.6 फीसदी का सालाना रिटर्न दिया है।
- वहीं, दूसरे नंबर पर 8.9 फीसदी रिटर्न के साथ इक्विटी म्यूचुअल फंड्स आते है।
- इसके बाद 8.7 फीसदी रिटर्न के साथ सरकारी सिक्युरिटी (बॉन्ड्स) है।
- वहीं, डेट म्युचूअल फंड्स ने 8.2 फीसदी और शेयर बाजार के प्रमुख इंडेक्स निफ्टी ने 7.6 फीसदी का रिटर्न दिया है।
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पिछले 5 साल में निफ्टी और इक्विटी MF का रिटर्न सब पर भारी
वहीं, पिछले 5 साल के आंकड़ों पर नजर दौड़ाए तो पता चलता है कि इक्विटी म्युचूअल फंड्स ने सालाना 12.9 फीसदी का रिटर्न दिया है। साथ ही, शेयर बाजार के प्रमुख इंडेक्स निफ्टी ने 11.3 फीसदी, सरकारी सिक्युरिटी ने 10.2 फीसदी, डेट म्युचूअल फंड्स ने 9.3 फीसदी और सोने ने मात्र सालाना 1.7 फीसदी का रिटर्न दिया है।
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अब आगे क्या
बड़े फंड मैनेजर्स का मनाना है कि आने वाले दिनों में घरेलू म्युचुअल फंड में निवेश जारी रहेगा क्योंकि घरेलू निवेशक धीरे-धीरे फाइनेंशियल एसेट की ओर बढ़ते नजर आ रहे हैं। साथ ही महंगाई में कमी आई है, लिहाजा ब्याज दरों में कटौती की संभावना बढ़ी है। ऐसे माहौल में लोग निवेश के वैसे विकल्प पर नजर डालते हैं जहां ज्यादा मुनाफा मिल सकता हो।