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फंस गए हैं होम लोन ईएमआई के जंजाल में, निकलने का यह है तरीका

यदि आप भी नया घर खरीदने की योजना बना रहे हैं तो और देर न करें। अपने पैसे का ठीक प्रकार से नियोजन कीजिए, जिससे आप अपनी आय पर अतिरिक्‍त बोझ डाले बिना आसानी से ईएमआई का भुगतान कर सकें।

Written by: India TV Paisa Desk
Updated on: December 10, 2017 13:15 IST
Home Loan- India TV Paisa
Home Loan

घर का मालिक बनने का जुनून हमेशा से ही हमारी परंपरा रही है। आज भी घर खरीदना किसी के व्‍यक्तिगत जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जाती है। इसी कारण, लोग नए घर की डाउन पेमेंट देने के लिए अपनी गाढ़ी कमाई को बचाते हैं और अपने मासिक खर्चों को नियंत्रित करते हैं। इतनी मेहनत के बाद भी यही एक बड़ा प्रश्‍न रह जाता है कि क्‍या ग्राहक नए घर के लिए पैसे से जुड़ी सभी जरूरतों को अपने दम पर पूरा कर सकता है?

जहां मकानों की कीमत लगातार बढ़ रही है, वहां अधिकतर मध्‍यमवर्गीय खरीदारों के लिए अपनी बचत के जरिए मकान खरीदा बहुत ही मुश्किल होता जा रहा है। इस समय होम लोन एक बड़ी मदद के रूप में सामने आता है। यह उस समय भी ग्राहक का अपना घर होने का सपना पूरा करता है, जब वह अपनी बचत से इसका पूरा भुगतान करने में अक्षम होता है। होम लोन ग्राहक को इतनी बड़ी रकम मासिक को आने वाले कई वर्षों तक किश्‍तों(ईएमआई) के जरिए भुगतान करने की स्‍वतंत्रता देता है। जीवन में आप अपनी इच्छा की हर छोटी चीज़ के लिए अपने खर्चों को कम करने की तुलना में यह एक विवेकपूर्ण व्यवस्था है।

कठिन चुनौती का समझदारी पूर्ण सामना

होम लोन के लिए आवेदन करते वक्‍त हम सभी को ईएमआई की चिंता होती है। लेकिन यह चिंता ज्यादातर इसलिए होती है क्‍योंकि हम यह नहीं जानते कि ईएमआई वास्तव में कैसे काम करती है और चिंता इसलिए भी होती है क्‍योंकि हम इस पर लगाम लगाने से जुड़े कदमों के बारे में भी नहीं जानते। वास्‍तव में, ईएमआई और लोन की अवधि को कम करने के यहां बहुत से तरीके हैं जिनके बारे में हम यहां चर्चा करेंगे।

साफतौर पर, ईएमआई को आसान और कठिन बनाने के पीछे समसे महत्‍वपूर्ण कारक उस व्‍यक्ति का मासिक वेतन होता है। हालांकि, दूसरे कारक जैसे उसके दायित्‍व, आय की निरंतरता और दूसरे कर्ज भी इसमें महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ईएमआई बोझ को कम करने के लिए नीचे दिए गए कुछ उपाय दिए गए हैं:

 

●        लंबी अवधि के लिए ईएमआई- अधिकतर लोगों के लिए यह भी एक आसान उपाय है: लंबे समय तक छोटी किश्‍तें अदा करते रहो। लंबी अवधि का होम लोन ब्‍याज की मात्रा को बढ़ा देता है लेकिन यदि आपकी मासिक आय भारी किश्‍तों का बोझ नहीं उठा सकती हैं तो आपके पास यह एक आसान उपाय है।

●        दूसरे ऋणदाता के पास जाना- य‍द्यपि कर्ज लेने वाले ज्‍यादातर लोग लोन की अवधि के बीच दूसरे ऋणदाता के पास जाना पसंद नहीं करते। लेकिन उनके पास अपने लिए उपयुक्‍त ऋणदाता के पास जाने का विकल्‍प बना रहता है। कर्ज की अवधि के दौरान कभी भी उसे यदि अपने लिए उपयुक्‍त ऋणदाता मिलता है, तो इस बात की सलाह दी जाती है कि वह होम लोन ट्रांसफर पर विचार करे। हालांकि, नए ऋणदाता के पास जाने से पहले मौजूदा ऋणदाता को दी जाने वाली पैनल्‍टी के बारे में जानकारी जरूर प्राप्‍त कर कर लें।

●        पूर्वभुगतान पूर्वभुगतान आपके बकाया ऋण राशि को काफी कम करने और ईएमआई पर दिए जाने वाले ब्‍याज को खत्‍म करने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक हो सकता है। ज्‍यादातर बैंक एक तय समय के बाद  पूर्वभुगतान की अनुमति देते हैं। इस प्रकार, आप अपने वार्षिक बोनस और अपने पास मौजूद एक मुश्‍त रकम को होम लोन के पूर्व भुगतान और अपने कर्ज के बोझ को घटाने के लिए प्रयोग में ला सकते हैं। यह होम लोन की अवधि को कम करने और ईएमआई भुगतान से जल्‍द बाहर आने का सबसे तेज़ तरीका है।

●        बड़ा डाउन पेमेंट- शुरुआत में एक बड़ी रकम डाउनपेमेंट के रूप में देकर, ग्राहक अपने कर्ज के बोझ और ईएमआई को कम कर सकता है। चूंकि ब्‍याज की गणना शेष बची रकम पर की जाती है, ऐसे में लोन की कम रकम पर आपको ब्‍याज भी कम देना होगा। इसके चलते आपकी ईएमआई भी कम होगी। इसलिए, यदि आपके पास एक अच्‍छी और नियमित आय है, तो बेहतर है कि आप पहले से ही बड़ी राशि बचत करके रखें। जिसे आप डाउनपेमेंट के रूप में प्रयोग कर सकते हैं। याद रखें, एक बड़ी डाउनपेमेंट ईएमआई से बाहर निकलने का सबसे तेज तरीका है।

●        बैंक से ब्‍याज दर के लिए मोलभाव करें- एक अनुशासित ग्राहक, जो अपने सभी क्रेडिट कार्ड बिलों का समय पर भुगतान करता है, और जिसके चलते उसका क्रेडिट स्‍कोर बेहतर है, वह होम लोन के लिए आवेदन करते वक्‍त ब्‍याज की दर के लिए मोलभाव करने के लिए बेहतर स्थिति में होता है। कम ब्‍याज दर भी ईएमआई के बोझ को कम करती है। वहीं भुगतान में अक्‍सर चूक करने वाले लोग जिनका क्रेडिट स्‍कोर बेहतर नहीं होता, उनके लिए मोलभाव किसी काम नहीं आती।

ईएमआई एक दीर्घकालिक प्रतिबद्धता है और इसे लंबे वक्‍त तक चलाने के बारे में स्‍पष्‍टता होनी चाहिए। अपने दीर्घकालिक खर्चों पर नजर रखते हुए अपनी मासिक आय और खर्चों के हिसाब से ही उपयुक्‍त विकल्‍प का चयन करना चाहिए।

अपनी ईएमआई को बांटे

होम लोन को अप्रूव करते वक्‍त बैंक इस बात को सुनिश्चित करता है कि कर्ज प्राप्‍त करने वाला आर्थिक रूप से मजबूत है और ईएमआई के भुगतान के लिए अच्‍छी स्थिति में है। लेकिन, उस स्थिति में जब कर्ज प्राप्‍त करने वाले पर पहले से ही ईएमआई का बोझ है तो इस स्थिति में अपनी ऋण पात्रता  को बढ़ाने के लिए जॉइंट होम लोन की सलाह दी जाती है। इस स्थिति में, यद्यपि ईएमआई का बोझ उतना ही रहता है, लेकिन कर्ज हासिल करने वाला अपना व्‍यक्तिग‍त बोझ कम करने के लिए अपने साथी के साथ ईएमआई को बांट जरूर सकता है।

उधारकर्ता भी खुद के बीच ऋण कार्यकाल को विभाजित करने का निर्णय ले सकते हैं, जिसमें एक उधारकर्ता ऋण अवधि में एक निश्चित अवधि के लिए ईएमआई का भुगतान करता है और दूसरा ऋणदाता शेष अवधि के लिए भुगतान करता है। ईएमआई के वित्तीय बोझ को साझा करने के लिए जॉइंट लोन भी एक और तरीका है।

ईएमआई कैल्‍कुलेटर पर विश्‍वास करें
ईएमआई कैल्‍कुलेटर्स बेहद मददगार और प्रयोग में बेहद आसान होते हैं। ग्राहकों के फायदे के लिए, लगभग सभी बैंक अपनी वेबसाइट पर होम लोन ईएमआई कैल्‍कुलेटर की सुविधा प्रदान करते हैं। ये मूल राशि का प्रयोग करते हुए प्रचलित ब्‍याज दर और ऋण अवधि के आधार पर ईएमआई की गणना करते हैं। ईएमआई की राशि होम लोन लेने वाले के लिए अपने मासिक खर्च की योजना बनाने के लिए एक संकेतक है और यह बताता है कि होम लोन को चुकाने के लिए लंबे समय तक कितनी राशि की जरूरत पड़ेगी। कई वित्तीय वेबसाइटें आपके ईएमआई की गणना करने और मासिक रिपोर्ट तैयार करने के लिए उन्नत टूल प्रदान करती हैं।

इसलिए, यदि आप भी नया घर खरीदने की योजना बना रहे हैं तो और देर न करें। अपने पैसे का ठीक प्रकार से नियोजन कीजिए, जिससे आप अपनी आय पर अतिरिक्‍त बोझ डाले बिना आसानी से ईएमआई का भुगतान कर सकें। 

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