नई दिल्ली। नव वर्ष की पूर्व संध्या पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई अपील के अगले ही दिन यानि रविवार को बैंकों ने अपने ग्राहकों को नए साल का उपहार ब्याज दरें घटा कर दिया है। देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने जहां विभिन्न परिपक्वता वाली बेचमार्क लेंडिंग रेट में 0.9 फीसदी तक की कटौती की है वहीं पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने 0.7 फीसदी और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने अपने MCLR (मार्जिनल कॉस्ट लेंडिंग रेट) में 0.65 फीसदी की कटौती की है।
ब्याज दरें घटने से होम, ऑटो और पर्सनल लोन लेने पर ब्याज का भुगतान कम करना होगा। पिछले सप्ताह SBI के सहायक बैंक स्टेट बैंक आफ त्रावणकोर ने कर्ज की दरों में 0.3 प्रतिशत की कटौती की थी। वहीं IDBI बैंक ने इसमें 0.6 प्रतिशत की कटौती की थी।
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अब इतनी हो गई हैं ब्याज दरें
- SBI की ब्याज दर 10 साल में सबसे कम हो गई है। नई दरें रविवार से लागू भी हो गईं हैं।
- इस रेट कट के बाद बैंक का एक साल का मार्जिनल कॉस्ट लेंडिंग रेट (MCLR) 8.90 से घटकर 8 फीसदी के स्तर पर आ गया है।
- PNB ने भी एक साल के एमसीएलआर में 0.7 फीसदी की कटौती की है। अब यह 8.45 फीसदी होगा।
- इसके अलावा यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने MCLR को 0.65 फीसदी घटाकर 8.65 फीसदी कर दिया है।
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दूसरे बैंक भी घटा सकते हैं ब्याज दर
- प्रतिस्पर्धा के इस माहौल में दूसरे बैंकों को भी अपनी बाजार हिस्सेदारी बरकरार रखने केे लिए ब्याज दरों में कटौती करनी पड़ेगी।
- नई दरों का फायदा नए ग्राहकों को मिलेगा, जबकि पुराने ग्राहक लॉक-इन पीरियड खत्म होने के बाद नए MCLR रेट पर शिफ्ट हो सकते हैं।
- लॉक इन पीरियड लोन एग्रीमेंट के हिसाब से एक महीने से तीन साल तक का हो सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 दिसंबर को राष्ट्र के नाम अपने संदेश में कहा था
इतिहास गवाह है कि भारतीय बैंकिंग सिस्टम में इससे पहले इतने कम समय में इतना अधिक फंड कभी नहीं आया था। बैंकों की स्वायत्तता का सम्मान करते हुए मैं उनसे ट्रेडिशनल प्रायरिटी से आगे देखने की अपील करता हूं। वे गरीब, लोअर मिडल क्लास और मिडल क्लास पर फोकस करें।
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बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने ट्वीट कर कहा
ब्याज दरों में कटौती का असर गरीबों और मिडिल क्लास को मिलेगा, इससे देश की अर्थव्यवस्था को भी तेजी मिलेगी। करीब एक फीसदी तक कटौती के बाद घर, गाड़ी और दूसरे कर्ज सस्ते हो जाएंगे, ये पीएम नरेंद्र मोदी का ही विजन है जिसका फायदा देश के लोगों को मिल रहा है।