नई दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि नियोक्ताओं द्वारा ईपीएफ योजना के स्वैच्छिक अनुपालन की निगरानी के लिए जल्द ही पूरे देश में एक ई-निरीक्षण प्रणाली को शुरू किया जाएगा। इससे उन कंपनियों पर कार्रवाई करने में आसानी होगी, जो ईपीएफ योजना के नियमों का अनुपालन सही ढंग से नहीं कर रही हैं। इससे कर्मचारियों को लाभ होगा।
बर्थवाल ने कहा कि प्रोविडेंट फंड के अधिकांश लाभों को हासिल करने के लिए आधार के साथ यूनिवर्सल एकाउंट नंबर (यूएएन) को लिंक करने की आवश्यकता है।
केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त सुनील बर्थवाल ने कहा कि ईपीएफओ स्वैच्छिक अनुपालन में दृढ़ विश्वास रखता है और डिफॉल्ट एवं योजना के गैर-अनुपालन के मामले में उद्योगों की समस्याओं को समझना चाहता है।
कोलकाता में सीआईआई के एक कार्यक्रम में बोलते हुए बर्थवाल ने कहा कि ईपीएफओ नियोक्ताओं द्वारा स्वैच्छिक अनुपालन की निगरानी के लिए जल्द ही पूरे देश में एक ई-निरीक्षण की शुरुआत करेगा।
उन्होंने कहा कि ईपीएफओ अभी एक प्रक्रिया पर काम कर रहा है, जहां एक व्यक्ति अपने रिटायरमेंट के दिन अपने प्रोविडेंट फंड को प्राप्त करने में सक्षम होगा और समय पर पेंशन लाभ प्राप्त कर पाएगा।