नई दिल्ली। रिटायरमेंट फंड मैनेजर कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने यूटीआई एएमसी और एसबीआई म्यूचुअल फंड को अपने फंड मैनेजर के रूप में नियुक्त करने की मंजूदी दे दी है। यह नियुक्ति तीन साल के लिए की गई है। एक सूत्र ने यह जानकारी दी।
ईपीएफओ न्यासियों की बैठक में समस्या में फंसे दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (डीएचएफएल) के बांड में करीब 700 करोड़ रुपए के निवेश को समय से पहले भुनाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई है। सूत्र ने कहा कि ईपीएफओ का निर्णय लेने वाला शीर्ष निकाय केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) ने तीन साल के लिए दो फंड मैनेजर्स यूटीआई एएमसी और एसबीआई म्यूचुअल फंड की नियुक्ति का निर्णय किया है।
सूत्र ने आगे बताया कि सीबीटी ने डीएचएफएल के बांड में करीब 700 करोड़ रुपए के निवेश को समय से पहले भुनाने का निर्णय किया है। सूत्र ने यह भी कहा कि कर्मचारी पेंशन योजना, 1995 के तहत न्यूनतम मासिक पेंशन 2,000 रुपए करने के प्रस्ताव को टाल दिया गया क्योंकि कर्मचारियों के प्रतिनिधियों ने पेंशन के रूप में उच्च राशि की मांग की है।
ईपीएफओ की एडवाइजरी संस्था फाइनेंस, ऑडिट और इन्वेस्टमें कमेटी (एफएआईसी) ने तीन संपत्ति प्रबंधक कंपनियों एचएसबीसी एएमसी, यूटीआई एएमसी और एसबीआई म्यूचुअल फंड का अंतिम चयन कर इनकी सिफारिश फंड मैनेजर के रूप में नियुक्त करने के लिए की थी।