नई दिल्ली। दुनिया की किसी निवेश विकल्प में निवेशित राशि कितने समय में दोगुनी हो जाएगी? इस प्रश्न के उत्तर के लिए आपको किसी बड़े गणितीय सूत्र की जरुरत नहीं है। हम आपको एक ऐसा सामन्य नियम बताते हैं जिसके जरिए आप चंद मिनटों में जान जाएंगे कि आपका पैसा कितने दिनों में डबल होने जा रहा है। बस इसके लिए आपको उस स्कीम या निवेश के विकल्प में मिलने वाले ब्याज की दर का पता होना अनिवार्य है। मसलन अगर आपने 8% सालाना ब्याज देने वाली कोई एफडी ले रखी है तो रूल ऑफ 72 आपको चंद सेकंड में यह बता देगा कि आपकी राशि कितने दिनों में दोगुनी हो जाएगी।
फाइनेंस के तीन नियम रुल ऑफ 72, रुल ऑफ 70 और रुल ऑफ 69.3 ऐसे गणितीय सिद्धांत हैं जो चुटकियों में बता सकते हैं कि आपका पैसा कब डबल होने जा रहा है। एक उदाहरण के तौर पर समझिए कि आपने किसी सरकारी स्कीम में अपना पैसा निवेश कर रखा है और अगर उस पर 8 फीसदी ब्याज मिलता है तो आप 72 में से अपने ब्याज के प्रतिशत का भाग देकर पता लगा सकते हैं कि आपका पैसा कब डबल होगा। 72 से 8 का भाग देने पर 9 आता है यानी आपकी पूंजी 9 साल में डबल हो जाएगी। यह कोई धांधली नहीं है बल्कि ये फाइनेंस के सूत्र का कमाल है, जिन्हें हममे से अधिकांश लोग नहीं जानते हैं।
क्या है रुल 72-
यह नियम बताता है कि अगर आप जानना चाहते हैं कि एक तय ब्याज पर आपका पैसा कब डबल होगा तो आपके 72 से अपने रिटर्न (ब्याज) का भाग देना होगा। प्राप्त संख्या जो भी होगी वो एकदम सटीक होगी और इतने ही सालों में आपका पैसा डबल होगा।
कैसे करता है काम-
एक उदाहरण के तौर पर समझें। मान लें आपको किसी स्कीम पर 2 फीसदी के हिसाब से ब्याज मिलता है। आप 2 को 72 से भाग दे दें। प्राप्तफल 36 आएगा। यानी आपका पैसा 36 साल में डबल हो जाएगा।
क्यों किया 72 का चुनाव-
72 का चुनाव कई लिहाज से सुविधाजनक है। यह 1,2,3,4,6,8,9 और 12 का विभाजक है। साथ ही यह ब्याज दर के हिसाब से अवधि का सटीक आंकलन कर देता है और इसमें 6 से 10 फीसदी की ब्याज दर के हिसाब से भी अवधि निकालने में भी आसानी रहती है।
रुल ऑफ 69, 69.3 और 70 का इस्तेमाल-
जहां आपको लगातार चक्रवृद्धि ब्याज मिलता है वहां पर आप रुल ऑफ 69 का भी इस्तेमाल करते हैं। सीधे शब्दों में कहें तो प्रतिदिन मिलने वाला चक्रवृद्धि ब्याज नियमित मिलने वाले चक्रवृद्धि ब्याज की तुलना में ज्यादा सहज होता है और ऐसी स्थिति में आप रुल ऑफ 72 के बजाए रुल ऑफ 69, 69.3 और 70 का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।