1. अपनी आय बढ़ाने पर ध्यान क्रेंद्रित न करना-
कम आय ही ऐसी वजह है जिसके कारण लोग अपनी वित्तीय स्थिति से नाखुश होते हैं। कम आय होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे कि कम बचत, किसी भी तरह की कोई बचत नहीं और अपने लाइफस्टाइल पर सोच समझकर खर्च न करना। ऐसे में एक छोटी सी वित्तीय गलती भी उन लोगों को बहुत महंगी पड़ती है जिनकी कम इनकम होती है। लोग दो स्थित में काम करते हैं पहला सैलरी इंक्रीमेंट के लिए ज्यादा मेहनत नहीं करते हैं। उन्हें जितना मिलता है वह उतने में ही संतुष्ट रहते हैं। और दूसरा ऐसे होते हैं जिन्हें जो मिलता रहता है वह उसमें खुश रहते हैं यह सोचकर की सैलरी को बढ़ाने के लिए अपने कंफर्ट जोन से निकलकर सैलरी को बढ़ने का प्रयास करना चाहिए। दूसरी स्थिति में लोग अच्छा मौका मिलते ही शहर भी बदल लेते हैं, सैलरी हाइक के लिए मांग करते है या फिर अपनी मौजूदा नौकरी के साथ साथ दूसरा काम भी करना शुरु कर देते हैं जिससे की अतिरिक्त आय हो सके। इनमें से कई ऐसे होते हैं जो यह सोचकर जीते हैं कि उन्हें वही मिलेगा जिसके वह हकदार है। यदि आप अपने जीवन में निवेश की शुरुआत कर रहे हैं तो सबसे पहले जरूरी है कि खुद को स्किल्स से परिपूर्ण करें। अच्छा कमाने के लिए खुद को काबिल बनाएं। याद रखें कि ज्यादा कमाने वाले लोग भी अक्सर गलतियां कर देते हैं। वे अपने खर्चों पर काबू नहीं कर पाते हैं।
2. अपने शुरुआती जीवन में कर्ज के जाल में फंस जाना
अपनी पहली नौकरी की शुरुआत में लोग क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करना शुरु कर देते हैं। धीरे-धीरे इसमें देय राशि बढ़ती चली जाती है। ऐसे में लोग मिनिमम अमाउंट का भुगतान करना शुरु करते हैं। अपने खर्चों पर लगाम न लगाने की वजह से एक दिन क्रेडिट कार्ड की देय राशि के लिए कर्ज लेना पड़ जाता है। या फिर इसकी बकाया राशि को ईएमआई में तबदील करवा लेते हैं। और इस तरह धीरे-धीरे कर्ज के जाल में फंस जाते हैं। इसके बाद बारी आती है कार लोन, होम लोन, एक और पर्सनल लोन फिर एक और क्रेडिट कार्ड और इस तरह वह खुद कर्ज में फंसाते चले जाते हैं। अपने जीवन में जल्दी निवेश करने वाले लोग अपने खर्चों पर अक्सर ध्यान नहीं देते। कर्ज में डूबना आसान है, लेकिन उसे बाहर आना कठिन है। जल्दी निवेश करने वाले लोगों को कर्ज तभी लेना चाहिए जब बहुत ही जरूरी हो।
3. अपने करियर के शुरुआत में जोखिम न उठाना-
आप को बात दें कि करियर की शुरुआत में जोखिम लेना थोड़ा आसान होता है। लेकिन जोखिम लेने से पहले प्रोपर प्लानिंग की जरूरत होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि करियर की शुरुआत में जीवन की जिम्मेदारियां कम होती हैं। कुछ वर्षों तक नौकरी करने के बाद अपने कंफर्ट जोन से बाहर आना थोड़ा कठिन हो जाता है।
4. अपने रिश्तेदार या दोस्तों से पॉलिसी खरीदना-
भारत में ऐसे लाखों निवेशक है जिन्होंने किसी रिश्तेदार या फिर दोस्त से पॉलिसी खरीदने पर भारी नुकसान का सामना किया। लोग कई बार प्रोडक्ट्स भरोसे के आधार पर खरीदते हैं। और कई बार रिशतेदार प्रोडक्ट खरीदने के लिए दबाव बनाते हैं। ऐसा एंडोमेंट पॉलिसी, यूलिप या फिर अन्य निवेश प्रोडक्ट्स के साथ होता है। आपके आस पास के लोग आपको प्रोडक्ट खरीदने के लिए कहते हैं। खरीदने पर कुछ समय बाद आपको एहसास होता है कि प्रोडक्ट खरीदना एक भूल थी। इसलिए रिश्तेदार या दोस्तों से खरीदने से बेहतर है कि या तो खुद रिसर्च कर के खरीदें या फिर कंपनी के फॉर्म खरीदें। सबसे बेहतर होगा अगर आप किसी एडवाइजर या फिर एजेंट को हायर कर लें।
5. ऐसे प्रोडक्ट में निवेश करना जिसके बारे में आपको समझ नहीं है-
औसतन 90 फीसदी निवेशक ऐसे होते हैं जिन्हें खरीदे गए प्रोडक्ट के बारे जानकारी नहीं होती। लोग टैक्स बचाने के लिए निवेश तो कर देते हैं। लेकिन उसके बारे में सारी जानकारी हासिल नहीं करते। वह यह नहीं जानते कि ऐसा करने से वे समय और पैसा दोनों को खराब कर रहे हैं। किसी भी प्रोडक्ट के खरीदने से पहले उसके काम करने का तरीका और उससे मिलने वाले लाभ के बारे में जान लें। साथ ही उसके रिटर्न, रिस्क, लिक्विडिटी और टैक्सेशन के बारे में भी पता करें।
6. बचत न करना-
अपनी नौकरी में पर्याप्त वर्ष बिताने के बाद एहसास होता है कि जितनी जल्दी निवेश करेंगे उतना अच्छा होगा। हमारी सैलरी के साथ-साथ हमारे खर्चे भी बढ़ते रहते हैं। अगर आप हर महीने 10,000 रुपए महीने की बचत करते हैं तो 30 वर्षों में 2.9 करोड़ रुपए जमा हो जाएंगें। लेकिन अगर आपने 5 वर्ष देरी से बचत शुरु की तो आप 25 वर्षों में 1.6 करोड़ रुपए का ही कॉर्पस बना पाएंगे। यंग इंवेस्टर्स के लिए बेहतर है कि बचत करना सीखें। फिर चाहे वह बचत 100 रुपए महीना से ही हो।
7. अपने स्वास्थय पर ध्यान न देना-
पैसा कमाते वक्त अपने शारीरिक और मानसिक सेहत पर पूरा ध्यान देना चाहिए। काम करते समय अपनी सेहत के साथ किसी भी तरह का समझौता नहीं करना चाहिए। साथ ही हमेशा कोशिश करें कि दूसरों की गलती से सीखें। ऐसा करने से आप वे गलतियां नहीं दोहरा पाएंगे।
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