नई दिल्ली। कोरोना संकट की वजह से अगर आप नकदी की कमी महसूस कर रहे हैं और बैंकों से कर्ज लेकर अपनी जरूरतों को पूरा करना चाहते हैं, तो ध्यान रखें कई और भी तरीके हैं जहां आप बेहतर शर्तों पर आसान कर्ज उठा सकते हैं। दरअसल पर्सनल लोन पर बैंक काफी अधिक ब्याज लेते हैं, वहीं किसी वजह से अगर आपकी आय पर असर पड़ा है तो पर्सनल लोन की संभावना भी करीब करीब खत्म हो जाती है। हालांकि बैंक इसके बावजूद कई और तरीकों से भी लोगों को नकदी मुहैया करा सकते हैं, जिनकी ब्याज दर पर्सनल लोन के मुकाबले बेहतर होती हैं।
पेंशन पर कर्ज
एसबीआई सहित कई बैंक पेंशनर्स को निजी खर्चों के लिए कर्ज देते हैं। इसके लिए एसबीआई 10.6 फीसदी से लेकर 12.6 फीसदी तक ब्याज लेता है। पेंशन के बदले कर्ज ऑफर करने वाले बैंक अक्सर उन ग्राहकों को कर्ज में प्राथमिकता देते हैं जिनकी पेंशन उनके बैंक अकाउंट में ही आती हो।
फिक्स्ड डिपॉजिट
अगर आपने किसी बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट करा रखा है तो जरूरत पड़ने पर आप इस डिपॉजिट के अगेंस्ट लोन उठा सकते हैं। बैंक डिपॉजिट रकम के 70 से 90 फीसदी तक लोन मुहैया कराते हैं। हालांकि इसमें शर्त ये होती है कि लोन की समय सीमा एफडी की मैच्योरिटी की समय सीमा से अधिक नहीं हो सकती। बैंक के पास एफडी होने से इस तरह के लोन आसानी से मिल जाते हैं।
LIC पॉलिसी पर कर्ज
अगर आपके पास एलआईसी की पॉलिसी है, तो आप पर्सनल लोन के मुकाबले बेहतर दरों पर रकम उठा सकते हैं। एलआईसी की पॉलिसी पर बैंक और एनबीएफसी भी कर्ज देते हैं। कर्ज की रकम अलग अलग बैंकों के आधार पर अलग अलग होती है। वहीं ब्याज दर पर्सनल लोन के मुकाबले कम ही रहती हैं। अगर आप एलआईसी की पॉलिसी पर कर्ज लेना चाहते हैं तो भुगतान की जा चुकी प्रीमियम की रसीद के साथ बैंक या फिर एलआईसी के क्षेत्रीय कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं। इसके साथ साथ कई बैंक शेयर और म्यूचुअल फंड्स स्कीम पर भी कर्ज देते हैं।
गोल्ड लोन
कोरोना संकट के बीच सबसे ज्यादा फायदेमंद गोल्ड लोन साबित हो रहा है। दरअसल सोने की कीमत में उछाल के साथ, सरकार की तरफ से लोन टू वैल्यू रेश्यो भी बढ़ाकर 90 फीसदी कर दिया गया है। देश के सभी प्रमुख बैंक गोल्ड लोन दे रहे हैं। गोल्ड लोन के लिए 8 से लेकर 18 फीसदी के बीच तक ब्याज लिया जा रहा है। बैंक आपसे कर्ज के बदले आपके गहने गिरवी रखेगा। आपको समय समय पर ब्याज का भुगतान करना होता है। लोन के मैच्योर होने पर आप मूलधन चुका कर अपने गहने छुड़ा सकते हैं।
प्रॉपर्टी पर कर्ज
अगर आपके पास कोई प्रॉपर्टी है, तो आप उसे बैंक में गिरवी रख रकम उठा सकते हैं। इसमें भी पर्सनल लोन के मुकाबले बेहतर ब्याज दर का ऑफर मिलता है। हालांकि जानकार इस तरीके का इस्तेमाल तब करने की सलाह देते हैं, जबकि आपको बड़ी रकम उठानी हो और उसको सर्पोर्ट करने के लिए आपके पास दूसरी सिक्योरिटी न हो। इसमे बैंक ऑपसे प्रॉपर्टी के कागजात, आय के कागजात या रिटर्न आदि की जानकारी मांगते हैं। प्रॉपर्टी पर कर्ज के लिए बैंक आपकी आय के स्रोत जरूर देखते हैं, दरअसल डिफॉल्ट होने पर प्रॉपर्टी की बिक्री को लेकर आने वाली मुश्किलों को देखते हुए बैंक इस लोन प्रोडक्ट में ज्यादा जोखिम नहीं लेते।