नई दिल्ली। दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) की 12,000 फ्लैटों वाली नई आवास योजना जल्द ही आने वाली है। डीडीए ने इसके लिए सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली है और उपराज्यपाल के पास मंजूरी के लिए प्रस्ताव भेजा है। ज्यादातर फ्लैट रोहिणी, द्वारका, नरेला, वसंत कुंज और जसोला में हैं। यह खाली पड़े फ्लैट साल 2014 की योजना के हैं, शेष दूसरे खाली पड़े फ्लैट हैं।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक डीडीए ने अपनी ओर से सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं और यह प्रस्ताव उपराज्यपाल के पास अंतिम मंजूरी के लिए भेज दिया गया है। इसलिए अब मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है। अगर राज्यपाल कुछ बदलाव के लिए कहते हैं तो उन्हें लागू किया जाएगा अन्यथा यह योजना वैसे ही रहेगी।
दिल्ली के राज्यपाल अनिल बैजल डीडीए के अध्यक्ष भी हैं। बैजल ने अप्रैल में वरिष्ठ अधिकारियों को नई योजना को जारी करने से पहले सार्वजनिक यातायात संपर्क और अन्य जरूरी मूलभूत बुनियादी चीजों के मौजूद होने को सुनिश्चित करने को कहा था। पिछले महीने की शुरुआत में डीडीए ने कहा था कि यह योजना एमसीडी चुनाव होने के बाद शीघ्र ही जारी होगी।
डीडीए ने 10 बैंकों के साथ आवेदन की बिक्री और योजना संबंधी लेनदेन के लिए गठबंधन किया है। इनमें आईसीआईसीआई, कैनरा बैंक, एक्सिस बैंक, यस बैंक, आईडीबीआई बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, सेंट्रल बैंक, एसबीआई, कोटक महिंद्रा और एचडीएफसी बैंक शामिल हैं। यह योजना पहले फरवरी में जारी होने वाली थी लेकिन बुनियादी सुविधाओं की कमी की वजह से ऐसा नहीं हो पाया। अधिकारी ने बताया कि इस समय डीडीए चाहता है कि सिर्फ वास्तविक जरूरतमंद लोग ही घर के लिए आवेदन करें।
आवेदन के लिए बनाए कड़े नियम
- अगर खरीददार बाद में फ्लैट नहीं लेना चाहता है तो उसे फ्लैट की प्रकृति देखते हुए पंजीकरण राशि जब्त कर ली जाएगी।
- लोग उन क्षेत्रों में आने के लिए स्वतंत्र हैं, जिन क्षेत्रों के फ्लैट उन्हें ऑफर किए जाएंगे ताकि उस हिसाब से वह अपना मन बना सकें।
- पति और पत्नी दोनों ही इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं लेकिन अगर दोनों को फ्लैट आवंटित होता है तो उनमें से एक को फ्लैट छोड़ना होगा।
- ज्यादातर फ्लैट एलआईजी (निम्न आय समूह) हैं। यह पिछली आवास योजना वाले हैं और इस साल कोई नया फ्लैट ऑफर नहीं किया जाएगा।
- करीब 10,000 फ्लैट 2014 की डीडीए योजना वाले हैं। पिछले साल की तरह आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग इस साल नहीं होगा।
- एलआईजी कैटेगरी के लिए पंजीकरण फीस एक लाख और एमआईजी और एचआईजी के लिए पंजीकरण फीस दो लाख रुपए है।
- आवेदन फॉर्म ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों उपलब्ध होंगे।