नई दिल्ली। पिछले एक साल से म्यूचुअल फंड्स स्कीम्स में बैंकिंग ने सबसे जोरदार प्रदर्शन किया है। अगर किसी इन्वेस्टर्स ने इन फंड्स में इन्वेस्ट किया होता, तो उसे एक साल में 60 फीसदी तक का रिटर्न मिलता। इसका मतलब साफ है कि आपकी 5000 रुपए महीना की रकम बढ़कर करीब 72 हजार रुपए तक पहुंच जाती। जो कि एफडी, बॉन्ड से कई गुना ज्यादा है। एक्सपर्ट मानते हैं कि इन्वेस्टर्स लॉन्ग टर्म के लिए इसे अपने पोर्टफोलियो में शामिल कर सकते है। यह भी पढ़े: अप्रैल में इक्विटी म्यूचुअल फंडों में निवेश चार महीने के उच्चतम स्तर पर, निवेशकों ने लगाया 9429 करोड़ रुपए
बैंकिंग एमएफ का प्रदर्शन
म्यूचुअल फंड इनवेस्टमेंट्स के मामले में बैंकिंग फंड्स स्टार परफॉर्मर के रूप में उभरे हैं। बैंकिंग सेक्टर पर फोकस रखने वाले इन फंड्स ने पिछले सालभर में 60 फीसदी तक का रिटर्न दिया। यह किसी भी अन्य सेगमेंट से हासिल रिटर्न से ज्यादा रहा, चाहे वह लार्ज कैप फंड्स हों या इंफ्रास्ट्रक्चर फंड्स। मार्केट की बढ़ी रफ्तार ने भी बैंकिंग फंड्स का आकर्षण बढ़ाया। वहीं इस उम्मीद ने भी हाथ बंटाया कि बैंकों के बैड लोन की प्रॉब्लम का जल्द समाधान निकाला जाएगा। यह भी पढ़े: आरबीआई ने बैंकों को रीयल एस्टेट, बुनियादी ढांचा निवेश ट्रस्ट में निवेश की दी अनुमति
बैंकिंग में क्यों आई तेजी
एक्सपर्ट्स का कहना है कि पिछले चार-पांच महीनों में बैंकिंग सेक्टर ने बढ़िया प्रदर्शन किया है। इस शानदार प्रदर्शन के पीछे बैंकिंग स्टॉक्स में आई तेजी है। दरअसल बड़े कंसॉलिडेशंस, बैड लोन प्रॉब्लम के जल्द समाधान और दूसरे रेगुलेटरी रिफॉर्म्स से बैंकिंग शेयरों में तेजी आई है। हालांकि, बैंकिंग शेयरों में आगे भी तेजी की उम्मीद है। यह भी पढ़े: महंगे क्रूड से बढ़ेगा इन कंपनियों का मुनाफा, शॉर्ट टर्म में बड़े रिटर्न की उम्मीद
बैंकिंग फंड्स में निवेश तेजी से बढ़ रहा है
म्यूचुअल फंड इनवेस्टर्स अगर बैंकिंग फंड्स में निवेश करें या बैंकिंग सेक्टर से जुड़े एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स में निवेश करें तो उन्हें बैंकिंग सेक्टर में रैली का फायदा मिल सकता है। एएमपी की रिपोर्ट के मुताबिक जनवरी-मार्च तिमाही में एमएफ के एयूएम का आंकड़ा सवा 18 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है। ये पिछले साल की इसी तिमाही से 4 लाख 76 हजार करोड़ ज्यादा है। रिपोर्ट ये भी कहती है कि 40 फंड हाउसों में से, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एमएफ, एचडीएफसी एमएफ, बिड़ला सन लाइफ एमएफ, रिलायंस एमएफ और एसबीआई एमएफ के एयूएम में सबसे ज्यादा बढत देखी गई है। साथ ही, इक्विटी फंड में नया निवेश 10 साल की ऊंचाई पर पहुंच गया है।यह भी पढ़े: अगले 6 हफ्ते में ये 9 कंपनियां शेयर बाजार से जुटाएंगी 15 हजार करोड़ रुपए, आप भी उठा सकते हैं फायदा
अब क्या हैं बैंकिंग से उम्मीदें
प्रकाश दीवान डॉट कॉम के प्रकाश दीवान का कहना है कि सरकार के एनपीए को लेकर उठाए अग्रेसिव कदमों के बाद बैंकिंग सेक्टर में लंबी अवधि के नजरिए से बेहतर प्रदर्शन करते नजर आएंगे। लिहाजा इन्वेस्टर्स लॉन्ग टर्म के लिए बैंकिंग पर दांव लगा सकते हैं।यह भी पढ़े: #Bahubali2: इन छोटे शेयरों में हैं बाहुबली बनने का दम, सालभर में दे सकते हैं 100 फीसदी तक का रिटर्न
अब क्या करें निवेशक
डीएसपी ब्लैक रॉक के प्रेसिडेंट एस नागनाथ ने हाल में दिए एक इंटरव्यु में कहा था कि आने वाले दिनों में घरेलू स्तर पर कोई रिस्क दिखाई नहीं देता। एस नागनाथ के मुताबिक इकोनॉमिक ग्रोथ और बढ़ेगी। अंतरराष्ट्रीय कारणों से बाजार में करेक्शन संभव और बाजार में ये गिरावट अस्थायी हो सकती है। दअरसल घरेलू स्तर पर कोई जोखिम नजर नहीं आ रहा है और घरेलू बाजारों में 15 फीसदी तक ग्रोथ की उम्मीद है। एस नागनाथ ने कहा कि लार्ज कैप में निवेश ज्यादा आकर्षक हो सकता है, ऐसे में निवेश के लिए लार्ज कैप पर ज्यादा फोकस करें। लंबी अवधि के लिए लार्जकैप फंड से अच्छे रिटर्न की उम्मीद की जा सकती है।