नई दिल्ली। चाहे आप किसी भी जानकार से मिलें, वे आपको यही सलाह देंगे कि निवेश से सबसे अधिक लाभ कमाने का बेहतरीन विकल्प म्यूचुअल फंड है। आप बैंकों के बचत खाते या फिक्स्ड डिपॉजिट या लाइफ इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स में निवेश की तुलना में म्यूचुअल फंडों से कहीं अधिक रिटर्न पा सकते हैं। हां, किस फंड में निवेश किया जाए, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कितने समय के लिए निवेश करना चाहते हैं और आप अधिक रिटर्न पाने के लिए किस स्तर तक का रिस्क उठा सकते हैं।
बैंकों में खाता खुलवाने के तरीके तो लगभग सभी जानते हैं लेकिन म्यूचुअल फंडों के फायदे जानने के बावजूद लोग इसमें सिर्फ इसलिए निवेश नहीं कर पाते क्योंकि उन्हें पता ही नहीं होता कि इसकी प्रक्रिया क्या है। आज, हम आपको बताएंगे कि म्यूचुअल फंडों में निवेश की प्रक्रिया कितनी सरल है।
फंडों में निवेश की शुरुआत के लिए आवश्यक दस्तावेज
बैंकों में खाता खुलवाने की तरह ही म्यूचुअल फंड में निवेश की शुरुआत करने के लिए कुछ दस्तावेजों की जरूरत होती है। इसके लिए आपके पास पैन, एक बैंक खाता और अपने ग्राहक को जानें (KYC) प्रक्रिया पूरी होनी चाहिए। बैंक खाता निवेशक के नाम का होना चाहिए। इसके अलावा चेक पर लिखे MICR (मैग्नेटिक इंक कैरेक्टर रिकॉग्निशन) और IFSC जैसी जानकारियों की जरूरत भी होती है।
ऐसे करें KYC प्रक्रिया पूरी
KYC के लिए आपको पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ, पहचान पत्र के तौर पर पैन कार्ड या आधार कार्ड या पासपोर्ट या वोटर आईडी या ड्राइविंग लाइसेंस और पते के प्रमाण के तौर पर पासपोर्ट या ड्राइविंग लाइसेंस या राशन कार्ड या घर का लीज या सेल एग्रीमेंट या बैंक खाते का स्टेटमेंट (पता सहित) या पासबुक या हालिया टेलीफोन या बिजली का बिल चाहिए। ये दस्तावेज तीन महीने से अधिक पुराने नहीं होने चाहिए। इन दस्तावेजों का सेल्फ अटेस्टेशन करें और KYC फॉर्म के साथ ओरिजिनल डॉक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन के लिए दें।
अगर आपने KYC दस्तावेज जमा करवा दिए हैं तो अपने पैन नंबर के जरिए निम्नलिखित वेबसाइट्स पर उसकी स्थिति देख सकते हैं-
ऐसे करें म्यूचुअल फंडों में निवेश
पहली जनवरी 2013 से सभी म्यूचुअल फंड कंपनियों ने अपने मौजूदा फंडों का डायरेक्ट प्लान लॉन्च कर दिया है। यह प्लान उन निवेशकों के लिए है जो किसी डिस्ट्रिब्यूटर या एजेंट के बिना म्यूचुअल फंडों में निवेश की शुरुआत करना चाहते हैं। अगर आपकी KYC हो चुकी है तो आप किसी भी म्यूचुअल फंड कंपनी की वेबसाइट पर जाकर अपने पसंदीदा फंड में निवेश कर सकते हैं। डायरेक्ट प्लान का एक्सपेंस रेशियो कम होता है। बता दें कि निवेश की प्रक्रिया शुरू करने के लिए आपको एक बार म्यूचुअल फंड कंपनी के ऑफिस जाना होगा।
मध्यस्थों के जरिए निवेश
अगर आप खुद डायरेक्ट प्लान के जरिए म्यूचुअल फंडों में निवेश नहीं कर सकते हैं तो फिर विभिन्न इंटरमीडियरीज की सहायता ले सकते हैं। इनमें ज्यादातर बैंक, डिस्ट्रिब्यूटर कंपनियां, स्टॉक ब्रोकर्स और एजेंट्स शामिल हैं। आम तौर पर ऐसे इंटरमीडियरी आपको निवेश के लिए जरूरी म्यूचुअल फंड का आवदेन पत्र उपलब्ध कराने से लेकर फॉर्म भरवाना और आवश्यक दस्तावेजों के साथ उसे जमा करवाने तक का काम करते हैं। हालांकि, ऐसे एजेंट्स या इंटरमीडियरी अपनी सेवाओं के लिए आपसे शुल्क लेते हैं।
ऑनलाइन पोर्टल्स के जरिए फंडों में निवेश
कई ऐसे ऑनलाइन पोर्टल हैं जो आपके पसंदीदा म्यूचुअल फंड में निवेश करने की सुविधा उपलब्ध कराते हैं। ऐसे पोर्टल्स का बैंकों के साथ भी समझौता होता है ताकि निवेश के समय फंड ट्रांसफर में आसानी हो। इसके लिए आप fundsindia.com जैसी वेबसाइट का सहारा ले सकते हैं।
डीमैट और ऑनलाइन ट्रेडिंग अकाउंट के जरिए फंडों में निवेश
अगर आपके पास डीमैट अकाउंट हैं तो आप बिना किसी झंझट के इसके जरिए म्यूचुअल फंडों की खरीद-बिक्री कर सकते हैं।