नई दिल्ली। आपको कई योजनागत और गैर-योजनागत खर्च जैसे शादी, होम रिनोवेशन, उच्च शिक्षा, छुट्टयिां बिताने, मेडिकल इमरजेंसी या कर्ज चुकाने के लिए पैसों की जरूरत पड़ सकती है। यदि आप वित्तीय रूप से इन सभी परिस्थितियों के लिए तैयार नहीं हैं, तब आपकी पूरी बचत खत्म हो सकती है या आपकी वित्तीय स्वास्थ्य को बहुत अधिक बड़ा झटका लग सकता है। ऐसे में पर्सनल लोन आपके बड़े काम आ सकता है। पर्सनल लोन के जरिये आप अपनी जरूरत के हिसाब से पर्याप्त धन ले सकते हैं। यह त्वरित अप्रूव भी हो जाते हैं और मिनटों में आपके खाते में पैसा भी आ जाता है।
जरूरत के वक्त पर्सनल लोन को सबसे ज्यादा वित्तीय मददगार माना जा सकता है। आज भारत में पर्सनल लोन एक लोकप्रिय वित्तीय विकल्प बन चुका है। हालांकि, पर्सनल लोन लेने के लिए आपको बैंकों की पात्रता शर्तों को पूरा करना होता है। यदि आप चाहते हैं कि आपको पर्सनल लोन आपकी शर्तों के मुताबिक मिले, तब आप यूनिवर्सल वेल्थ के संस्थापक और इनवेस्टमेंट एडवाइजर गगन श्रीवास्तव द्वारा बताए गए इन पांच आसान टिप्स का उपयोग करें, जो आपकी पर्सनल लोन पात्रता को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।
1. अपने डेट-टू-इनकम अनुपात को कम करें
पर्सनल लोन के लिए आवेदन करने से पहले, यह सुनिश्चित करें कि आपने अपने डेट-टू-इकनम अनुपात को कम करने के लिए मौजूदा ऋणों और क्रेडिट कार्ड बिलों को पूरी तरह से चुका दिया है। आपके मौजूदा ऋण और क्रेडिट कार्ड की बकाया राशि आपको एक क्रेडिट-हंगरी कर्जदार के रूप में प्रदर्शित कर सकती है, जो आपको एक नया लोन लेने की राह में बाधा उत्पन्न करेगा। आदर्श रूप से, वर्तमान में आपके द्वारा भुगतान की जाने वाली ईएमआई की कुल राशि आपकी मासिक इनकम का 30-40 प्रतिशत से अधिक नहीं होनी चाहिए। यदि ईएमआई इससे ज्यादा है, तब नए लोन आवेदन से पहले इसे कम करना चाहिए।
2. क्रेडिट स्कोर को बेहतर और स्थिर बनाना
चूंकि पर्सनल लोन असुरक्षित होते हैं, ऐसे में बैंक आपकी क्रेडिटवर्थीनेस के लिए आपके क्रेडिट स्कोर पर अधिक ध्यान देते हैं। 725 या इससे अधिक का क्रेडिट स्कोर आपको एक जिम्मेदार बोरोवर बनाता है जो निरंतर भुगतान करता है। इसके परिणामस्वरूप, बैंक या अन्य वित्तीय संस्थान आपको कर्ज देने में किसी तरह का जोखिम नहीं समझते हैं और आपके लोन आवेदन को स्वीकार करने के अवसर कई गुना बढ़ जाते हैं। 725 से कम का क्रेडिट स्कोर बताता है कि आपका भुगतान रिकॉर्ड अच्छा नहीं है और बैंक आपको तुरंत हाई-रिस्क बोरोवर की श्रेणी में डाल देंगे। जिससे आपके लोन आवेदन को रिजेक्ट कर दिया जाएगा या आपको अधिक ब्याज दर के साथ ऋण की पेशकश की जाएगी।
3. अपने सभी आय के स्रोतों को शामिल करें
कर्जदाता आपकी भुगतान क्षमता को परखने के लिए आपकी आय को भी देखते हैं। इसलिए, जब आप ऑनलाइन लोन एप्लीकेशन फॉर्म फाइल करें, तब आप न केवल अपनी नियमित सैलरी के बारे में उल्लेख करें बल्कि अपने अन्य सभी आय के स्रोतों की भी जानकारी दें, जैसे रेंटल इनकम, पार्ट-टाइम इनकम या ऐसा कुछ भी। ऐसा करने से बैंक को लगेगा कि आप समय पर भुगतान करने के लिए पर्याप्त आय हासिल करते हैं।
4. एक ही समय पर कई सारे लोन के लिए न करें आवेदन
जब आप ऋण के लिए आवेदन करते हैं, तब बैंक या अन्य वित्तीय संस्थान आपके डिफॉल्ट रिक्स का आकलन करने के लिए क्रेडिट ब्यूरो से आपके बारे में सघन जांच करते हैं। यदि आप एक साथ कई सारे लोन के लिए आवेदन करते हैं, तब सभी कर्जदाता कई बार आपकी क्रेडिट रिपोर्ट के बारे में जानकारी हासिल करेंगे, जिसकी वजह से आपका क्रेडिट स्कोर घट जाएगा। वे आपको एक कर्ज का भूखा उपभोक्ता मानेंगे और आपके ऋण आवेदन को निरस्त भी कर सकते हैं। बेहतर होगा कि आप पहले बैंकों की तुलना करें और जो आपकी जरूरत के हिसाब से सबसे बेहतर हो उसके लिए आवेदन करें।
5. एक ऐसे कर्जदाता का चुनाव करें जिसकी पात्रता मानदंडों को आप पूरा कर पाएं
कई सारे बैंकों को ऋण आवेदन देने के बजाये पहले आपको विभिन्न बैंकों की पात्रता शर्तों के बारे में पता लगाना चाहिए और एक ऐसे का चयन करना चाहिए जिसकी पात्रता शर्तों को आप पूरा कर पाएं। पर्सनल लोन के लिए पात्रता शर्तों में प्रमुख है आपकी उम्र अधिक न हो, आपकी मासिक आय 25,000 रुपये से अधिक हो, आप अपने मौजूदा नियोक्ता के साथ कम से कम 6 माह से काम कर रहे हों, आपके पास मौजूछा क्षेत्र में कम से कम 12 साल का अनुभव हो।
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