नई दिल्ली। सीनियर सिटीजंस के लिए वैसे तो कई स्कीम हैं जिनमें निवेश कर वो अपने भविष्य और रिटायरमेंट को सुरक्षित कर सकते हैं साथ ही एक तय पेंशन प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन समस्या तब आती है जब निवेश के कई विकल्पों में से उन्हे कोई एक विकल्प चुनना पड़ता है। अगर आप भी सीनियर सिटीजन हैं और करना चाहते है सुरक्षित निवेश तो हम आपको बताएंगे कुछ ऐसे ही बेहतर निवेश के विकल्प के बारें में।
सरकार ने कई ऐसी योजनाओं को लॉन्च किया है जिसके जरिए सीनियर सिटीजन महंगाई दर को नजर में रखते हुए गारंटीड रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं। जिनमें से सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS), प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (PMVVY) और पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम(POMIS)शामिल है।
1.सिनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS):
· इस सरकारी स्कीम के जरिए सीनियर सिटीजन बचत योजना का लाभ उठा सकते हैं
· खाता खोलने के दिन से 5 साल के बाद ही जमा राशि मैच्योर होती है
· अगर कोई चाहे तो खाते के मेच्योर होने के बाद सिर्फ तीन साल तक के लिए आगे खाते की अवधि को बढ़ा सकता है
· 1000 रुपये के गुणक में राशि जमा करने की अनुमति होती है
· कोई भी व्यक्ति 15 लाख रुपये तक की राशि ही जमा कर सकता है
· ब्याज दर 7 फीसदी से लेकर 9 फीसदी के बीच होती है, दरें तिमाही आधार पर तय की जाती हैं।
· फिलहाल अप्रैल-जून क्वार्टर में ब्याज दर 7.45 फीसदी तय है
· किसी भी अन्य बैंक के फिक्स्ड डिपॉजिट के मुकाबले ज्यादा ब्याज मिलता है
· इनकम टैक्स के धारा 80C के तहत इस योजना में निवेश से टैक्स छूट भी मिलती है
· अगर 8.60 फीसदी के ब्याज को मान कर चलें तो मान लिजिए अगर किसी ने 15 लाख रुपये जमा किए हैं और 5 साल के मैच्योरिटी के बाद 22.65 लाख रुपये मिलेंगे।
2.पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (POMIS):
· जिस भी वरिष्ठ नागरिक को एक नियमित इनकम चाहिए होता है वो पोस्ट ऑफिस के मंथली इनकम स्कीम में निवेश कर सकते हैं
· फिलहाल इस स्कीम में निवेश पर 6.60 फीसदी तक का ब्याज उपलब्ध है
· कम से कम 1000 रुपये का निवेश और अधिकतम 4.5 लाख तक का निवेश कोई भी सिंगल अकाउंट के लिए निवेश राशि जमा कर सकता है
· ज्वाइंट अकाउंट में 9 लाख रुपये तक का निवेश किया जा सकता है
· पोस्ट ऑफिस के इस स्कीम का फायदा उठाने के लिए सिनियर सिटीजन को उसी पोस्ट ऑफिस में बचत खाता खुलवाना होता है ताकि हर महीने ब्याज की रकम सीधे खाते में आए
· 5 साल के बाद खाता मैच्योर हो जाता है और अगर कोई चाहे तो प्री-मैच्योर सुविधा से पैसे निकाला जा सकता है। लेकिन एक साल के बाद ही ये सुविधा उपलब्ध होती है
· मैच्योरिटी से पहले पैसे निकालने पर 2 फीसदी तक का पेनल्टी लग सकता है
· ध्यान रहे कि POMIS खाते में निवेश करने पर जो भी ब्याज रिटर्न मिलता है उस पर टैक्स लगता है
3. प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (PMVVY):
· हाल ही में सरकार ने प्रधानमंत्री वय वंदना योजना में निवेश की तारिख को तीन साल बढ़ाकर 31 मार्च 2023 कर दिया है
· इस स्कीम में निवेश करने पर निश्चित रिटर्न की दर 7.4 फीसदी रखी गई है
· कोई भी व्यक्ति इस स्कीम के जरिए अधिकतम 15 लाख रुपये तक का निवेश कर सकता है
· वरिष्ठ नागरिक को इस स्कीम में निवेश के जरिए मासिक पेंशन का विकल्प मिलता है
· सबसे बड़ी बात है कि वरिष्ठ नागरिक को इस स्कीम में निवेश करने से 10 साल तक एक तय दर से गारंटीड पेंशन प्राप्त होती है
· कम से कम 1.50 का निवेश और अधिकतम 15 लाख का निवेश हो सकता है
· पेंशनर के पास ये विकल्प होता है कि वो ब्याज की रकम को एक साथ लेना चाहता है या फिर पेंशन के रूप में ले सकता है
· LIC के जरिए इस स्कीम को लिया जा सकता है
· 60 साल या उससे ज्यादा की उम्र का कोई भी नागरिक निवेश कर सकता है
· ध्यान रहें कि स्कीम में विकल्प रहता है कि आप मासिक, तिमाही, छमाही या वार्षिक, किस आधार पर पेंशन की रकम लेना चाहते है
· प्रीमेच्योर विड्रॉल की भी सुविधा मिलती है खासकर जब स्कीम में निवेश किए व्यक्ति या उनके पति/पत्नी को किसी गंभीर बीमारी के लिए पैसों की जरुरत पड़ती है तो यह सुविधा मिलती है
· इस स्कीम की खास बात है कि तीन साल बाद से लोन की भी सुविधा मिलती है और लोन की रकम पर्चेज प्राइस के 75 फीसदी से अधिक नहीं होती
सभी निवेश के विकल्प को ध्यान से पढ़कर अपने जरुरत के हिसाब से निवेश करना चाहिए। निवेश से पहले स्कीम के लॉक-इन के समय को जरुर देख लें। जानकारों की माने तो वरिष्ठ नागरिक के लिए SCSS और PMVVY के विकल्प सही हैं। अपने निवेश सलाहकार की मदद से अपने जरुरतों को ध्यान में रखकर इनमें से किसी भी विकल्प में अपने भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए निवेश करें।