Saturday, September 14, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. फायदे की खबर
  4. NPS+EPF से आप पा सकते हैं UPS जैसा पेंशन, हम बता रहे पूरा कैलकुलेशन

NPS+EPF से आप पा सकते हैं UPS जैसा पेंशन, हम बता रहे पूरा कैलकुलेशन

सरकारी कर्मचारी एनपीएस में अपने वेतन का 10% निवेश करते हैं। वहीं, केंद्र सरकार और राज्य सरकारों अपनी ओर से 14% का योगदान देती है लेकिन सरकार द्वारा लगाए गए विभिन्न प्रतिबंधों के कारण उन्हें निवेश पर उच्च रिटर्न नहीं मिल पाता है।

Edited By: Alok Kumar @alocksone
Updated on: August 31, 2024 11:46 IST
UPS vs NPS- India TV Paisa
Photo:FILE यूपीएस बनाम एनपीएस

केंद्र सरकार अपने कर्मचारियों के लिए यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) लेकर आई है। इस नई पेंशन स्कीम में कर्मचारियों को फिक्स पेंशन देने का प्रावधान किया गया है। साथ ही महंगाई बढ़ने पर भी पेंशन की रकम में बढ़ोतरी किया जाएगा। इससे सरकारी क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारियों को समय के साथ पेंशन बढ़ता जाएग। हालांकि, प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए कोई बदलाव नहीं किया गया है। ऐसे में प्राइवेट सक्टर के कर्मचारी नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) + कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) का इस्तेमाल कर कैसे यूपीएस जितना पेंशन प्राप्त कर सकते हैं। आइए कैलकुलेशन से समझने की कोशिश करते हैं। 

यूपीएस से अधिक पेंशन एनपीएस में संभव 

अगर आप प्राइवेट सेक्टर में नौकरी शुरू कर रहे हैं, जिसमें आपको 14,000 रुपये का बेसिक वेतन और 10% की वार्षिक वेतन वृद्धि मिलती है, तो आप कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) और राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) में लगातार योगदान करके मासिक पेंशन के रूप में 2.9 लाख रुपये पा सकते हैं। यह राशि 30 साल की सेवा के बाद आपके अंतिम मूल वेतन 2.44 लाख रुपये से कहीं ज्यादा होगी। 

प्राइवेट सेक्टर कर्मचारियों के लिए बेस्ट है NPS

सरकारी कर्मचारी एनपीएस में अपने वेतन का 10% निवेश करते हैं। वहीं,  केंद्र सरकार और राज्य सरकारों अपनी ओर से 14% का योगदान देती है लेकिन सरकार द्वारा लगाए गए विभिन्न प्रतिबंधों के कारण उन्हें निवेश पर उच्च रिटर्न नहीं मिल पाता है। उदाहरण के लिए, सरकारी कर्मचारियों के एनपीएस में इक्विटी में अधिकतम निवेश 15% तक सीमित है। सरकारी कर्मचारियों के लिए एनपीएस की 95% तक संपत्ति इंफ्रास्ट्रक्चर/डेट फंड निधि में और 5-15% तक इक्विटी में निवेश की जा सकती है। इसलिए इस सरकारी योजना के तहत अर्जित कुल रिटर्न बहुत कम करीब 10% तक होता है। 

वहीं, प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारी, जिन्होंने वेतन के हिस्से के रूप में अपने नियोक्ता द्वारा एनपीएस में 10% योगदान का विकल्प चुना है, वे अधिक लचीलेपन का आनंद लेते हैं। वे इक्विटी में 75% तक निवेश कर सकते हैं। चूंकि इक्विटी को लंबे समय में उच्च रिटर्न देने के लिए जाना जाता है, इसलिए निजी क्षेत्र के कर्मचारी बहुत बड़ा कोष बना सकते हैं। निजी क्षेत्र के कर्मचारी अब अपने मूल वेतन का 14% NPS में लगाने का विकल्प चुन सकते हैं और इसके लिए आयकर कटौती प्राप्त कर सकते हैं। अधिक योगदान उन्हें और भी बड़ा रिटायरमेंट कोष बनाने में मदद कर सकता है। 

एश्योर्ड पेंशन भी पा सकते हैं 

सरकारी पेंशन योजना का सबसे बड़ा आकर्षण आखिरी बार प्राप्त मूल वेतन का 50% एश्योर्ड पेंशन के रूप में मिलने का आश्वासन है। यह एक बड़ा मनोवैज्ञानिक बढ़ावा है कि सरकारी सेवा में लंबे समय तक रहने के बाद भी, सेवानिवृत्ति के दौरान नियमित आय के रूप में अपने वेतन का कम से कम आधा हिस्सा प्राप्त किया जा सकता है। निजी क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए नियमित रूप से एक अच्छी खासी रकम पाना कोई बहुत मुश्किल लक्ष्य नहीं है। 

उदाहरण के लिए, मूल वेतन का 24% ईपीएस, नियोक्ता के ईपीएफ योगदान और कर्मचारी के ईपीएफ योगदान में जाता है। पुरानी कर व्यवस्था के तहत, नियोक्ता मूल वेतन का 10% एनपीएस में योगदान कर सकते हैं। इस पर धारा 80सीसीडी(2) के तहत कटौती मिलती है। इसके अलावा, नई कर व्यवस्था के तहत कटौती की सीमा मूल वेतन के 14% तक बढ़ा दी गई है, जिससे कर्मचारियों को बड़ा एनपीएस कोष बनाने में मदद मिलेगी। यदि आप अपनी सेवा अवधि के दौरान बिना रुके ये योगदान करते रहे हैं, तो आखिरी सैलरी का 50% से अधिक पेंशन के रूप में प्राप्त कर सकते हैं। 

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। My Profit News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement