Sunday, September 29, 2024
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Budget से पहले क्या सरकार बढ़ाएगी PPF, SSY जैसी स्मॉल सेविंग स्कीम्स पर ब्याज?

Small savings schemes Interest Rate : सरकार राजकोष पर अनावश्यक दबाव डाले बिना सेविंग्स को प्रमोट करने के लिए लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट पर दरों को समायोजित कर सकती है। पीएफ, ईएसएएफ और स्मॉल सेविंग स्कीम्स सरकार के लिए सेंसिटिव पॉलिटिकल इश्यूज होते हैं।

Written By: Pawan Jayaswal
Updated on: June 26, 2024 18:28 IST
स्मॉल सेविंग स्कीम्स- India TV Paisa
Photo:FILE स्मॉल सेविंग स्कीम्स

स्मॉल सेविंग स्कीम्स या पॉस्ट ऑफिस की योजनाओं में निवेश करने वालों को जल्द खुशखबरी मिल सकती है। सरकार इस महीने के आखिर में अगली तिमाही के लिए इन योजनाओं पर ब्याज दरें तय करेगी। इससे पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि योजना, पोस्ट ऑफिस आरडी, महिला समृद्धि सेविंग सर्टिफिकेट, किसान विकास पत्र, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट और सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम जैसी योजनाओं की ब्याज दरों में बदलाव हो सकता है। सरकार हर तिमाही के लिए इन योजनाओं की ब्याज दरें तय करती हैं। नई ब्याज दरें जुलाई से सितंबर 2024 के लिए लागू रहेंगी। अब सवाल यह है कि क्या मोदी 3.0 सरकार इन लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों में इजाफा करेगी?

अप्रैल-जून तिमाही में नहीं हुआ था कोई बदलाव

सरकार ने अप्रैल-जून तिमाही में इन योजनाओं की ब्याज दरों को यथावत रखा था। अगर ब्याज दर में बढ़ोतरी होती है, तो यह घरलू बचत को प्रोत्साहित करने का संकेत होगा, जो कि पिछले कुछ वर्षों से सुस्त पड़ी है। हालांकि, सरकार यह भी देखेगी कि उसके पास  उच्च ब्याज भुगतान को मैनेज करने की कितनी क्षमता है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, वैश्विक स्थिति को भी देखना होगा। क्योंकि अधिकतर देशों ने जमा पर अभी भी अपेक्षाकृत कम ब्याज दरें रखी हुई हैं। भारत ब्याज दरों में अच्छा-खासा इजाफा करता है, तो इससे देश को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नुकसान हो सकता है।

व्यापक आर्थिक परिदृश्य को देखते हुए लेना होगा फैसला

एक्सपर्ट्स के अनुसार, सरकार राजकोष पर अनावश्यक दबाव डाले बिना सेविंग्स को प्रमोट करने के लिए लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट पर दरों को समायोजित कर सकती है। पीएफ, ईएसएएफ और स्मॉल सेविंग स्कीम्स सरकार के लिए सेंसिटिव पॉलिटिकल इश्यूज होते हैं। जहां लाखों छोटे बचतकर्ताओं को फायदा पहुंचाने के लिए दरें बढ़ाने का दबाव होता है। विशेषरूप से महंगाई के दौर में। साथ ही सरकार को इन फैसलों को व्यापक आर्थिक परिदृश्य के हिसाब से भी देखना होगा। इसमें आरबीआई की मौद्रिक नीति और बैंकों की डिपॉजिट रेट्स भी शामिल हैं।

अभी क्या हैं ब्याज दरें

  • पीपीएफ - पीपीएफ पर ब्याज दर 7.1% है।
  • एससीएसएस - वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (एससीएसएस) 8.2% की ब्याज दर प्रदान करती है।
  • सुकन्या योजना - सुकन्या समृद्धि योजना के तहत जमा राशि पर 8.2% की ब्याज दर मिलती है।
  • एनएससी - एनएससी का मतलब नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट से है, जो 7.7% की ब्याज दर प्रदान करता है।
  • पोस्ट ऑफिस-मंथली इनकम स्कीम - पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम  7.4% की ब्याज दर प्रदान करती है।
  • किसान विकास पत्र - किसान विकास पत्र (KVP) एक सरकार समर्थित बचत योजना है, जो वर्तमान में 7.5% की ब्याज दर प्रदान करती है।
  • 1-ईयर डिपॉजिट - 1-साल के डिपॉजिट पर ब्याज दर 6.9% है।
  • 2-ईयर डिपॉजिट - 2-ईयर डिपॉजिट के लिए ब्याज दर 7.0% है।
  • 3-ईयर डिपॉजिट - 3-ईयर डिपॉजिट के लिए ब्याज दर 7.1% है।
  • 5-ईयर डिपॉजिट - 5-ईयर डिपॉजिट में ब्याज दर 7.5% है।
  • 5-ईयर आरडी - 5-ईयर आरडी स्कीम में ब्याज दर 6.7% है।

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