Life Insurance: ये तो हम सभी को पता है कि हमारे लिए लाइफ इंश्योरेंस कितना जरूरी और महत्वपूर्ण है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ज्यादातर भारतीय लाइफ इंश्योरेंस क्यों खरीदते हैं? जी हां, ये एक ऐसा सवाल है, जिस पर बहुत कम लोगों को ध्यान जाता है। केनरा एचएसबीसी लाइफ इंश्योरेंस ने अभी हाल ही में एक सर्वे किया, जिसमें कई अहम बातें सामने आईं।
परिवार की वित्तीय सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता
सर्वे में मालूम चला कि अब ज्यादातर लोग लाइफ इंश्योरेंस को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल रखते हैं। सर्वे में शामिल 70 प्रतिशत लोग घर खरीदने और छुट्टियां मनाने जैसी इच्छाओं की तुलना में परिवार की वित्तीय सुरक्षा को ज्यादा तवज्जो दे रहे हैं। इस सर्वे में ये जानने की कोशिश की गई कि भारतीय अपने परिवार के भविष्य के लिए कितने तैयार हैं। इसके साथ ही ये जानने की कोशिश की गई कि वे अपनी सेविंग्स और इंश्योरेंस को कैसे मैनेज करते हैं?
64 फीसदी लोगों को है इस बात का पछतावा
टियर 1 और टियर 2 शहरों से 20 से 50 साल की उम्र के 800 लोगों पर किए गए सर्वे में सामने आया कि 64% को इस बात का पछतावा था कि उन्होंने टर्म इंश्योरेंस लेने में देरी कर दी। टर्म प्लान का महत्व जानने वाले 83% लोगों में से सिर्फ 11 प्रतिशत लोग ही अपने कवरेज की समीक्षा के लिए टाइम निकालते हैं।
30 के दशक में ही रिटायरमेंट प्लानिंग शुरू कर देते हैं इतने प्रतिशत भारतीय
रिटायरमेंट के बारे में पूछे गए सवालों से मालूम चला कि 66% भारतीय अपने 30 के दशक में रिटायरमेंट की योजना बनाना शुरू करते हैं। 74% लोगों को इस बात का पछतावा है कि उन्होंने रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए देरी की। इस देरी के कारण सिर्फ 27% लोग ही खुद को रिटायरमेंट के लिए तैयार महसूस कर रहे हैं और 24% लोगों का मानना है कि उनका मैच्यॉरिटी अमाउंट उनकी फाइनेंशियल जरूरतों को पूरा करने के लिए काफी है।