भारत में UPI आने के बाद से लोगों की जिंदगी काफी आसान हो गई है। UPI ने कैश लेकर घूमने की जरूरत को लगभग खत्म कर दिया है। UPI को यूजर्स के लिए और ज्यादा सुरक्षित और आसान बनाने के लिए NPCI लगातार इसमें सुधार करता रहता है। NPCI ने छोटे ट्रांजैक्शन के लिए UPI Wallet पेश किया, जो कई मायनों में न सिर्फ सुविधाजनक है बल्कि सुरक्षित भी है। दरअसल, यूपीआई का इस्तेमाल करने के लिए आपको अपना बैंक अकाउंट लिंक करना होता है। ऐसे ही UPI Wallet का इस्तेमाल करने के लिए UPI से बैलेंस लोड करना होता है। आइए जानते हैं कि UPI Wallet कैसे UPI से बेहतर, सुविधाजनक और सुरक्षित हो सकता है।
UPI और UPI वॉलेट में अंतर
UPI एक पेमेंट सिस्टम है जिसे Paytm, PhonePe, Google Pay जैसे पेमेंट ऐप के जरिए इस्तेमाल किया जाता है। इसमें आपको अपना बैंक अकाउंट लिंक करना होता है और यूपीआई आपके बैंक खाते से सीधे रिसीवर के बैंक खाते में तुरंत पैसे भेज देता है। जबकि यूपीआई वॉलेट, यूपीआई से लिंक होता है और इसमें यूपीआई के जरिए पैसे डाले जाते हैं। जिसके बाद जब आप पेमेंट करते हैं तो वो सीधे आपके वॉलेट से सामने वाले के बैंक अकाउंट में पैसा ट्रांसफर हो जाता है।
छोटी पेमेंट के लिए UPI वॉलेट का फायदा
UPI वॉलेट का इस्तेमाल छोटे ट्रांजैक्शन के लिए किया जाता है। इसके जरिए आप एक बार में अधिकतम 1000 रुपये और एक दिन में 10,000 रुपये ही ट्रांसफर कर सकते हैं। ऐसे में इससे किसी बड़े फाइनेंशियल फ्रॉड का कोई रिस्क नहीं होता है। आपने देखा या सुना होगा कि अब साइबर अपराधी यूपीआई के जरिए भी कई तरह से फ्रॉड कर रहे हैं, जिसमें भारी नुकसान हो जाता है।
ज्यादा सुविधाजनक
UPI Wallet के जरिए पैसे ट्रांसफर करने के लिए यूपीआई पिन डालने की जरूरत नहीं होती है। ऐसे में किसी किराने की दुकान या चाय के ठेले पर बार-बार खरीदारी करने पर इससे तेज और सुविधाजनक तरीके से भुगतान किया जा सकता है।
पेमेंट फेल होने के बहुत कम चांस
यूपीआई वॉलेट एक बार में ज्यादा से ज्यादा 1000 रुपये ही ट्रांसफर कर सकता है। इसमें आपका बैंक अकाउंट लिंक नहीं होता है और न ही इसमें यूपीआई पिन डालने की जरूरत होती है। ऐसे में यूपीआई वॉलेट से किए जाने वाले ट्रांजैक्शन्स की संभावना काफी कम हो जाती है।