हाल के कुछ वर्षों में म्यूचुअल फंड्स में निवेश करने के चलन में काफी बढ़ोतरी देखी गई है। जानकार भी कहते हैं अगर लंबी अवधि के नजरिए से म्यूचुअल फंड में निवेश किया जाए तो आप लंबे समय में अच्छी वैल्थ क्रिएट कर सकते हैं। निवेशक भी इस बात को पूरी तरह से समझ गए हैं और जमकर म्यूचुअल फंड्स में पैसा लगा रहे हैं। पिछले तीन वर्षों के डेटा की बात की जाए तो स्मॉल कैप, मिड कैप के साथ थीम बेस्ड फंड्स यानी Thematic पर भी निवेशकों ने खूब भरोसा जताया है।
Midcap से ज्यादा Thematic फंड्स में आया निवेश
एम्फी की ओर से जारी किए गए 2023 के जनवरी से अक्टूबर अंत तक Thematic फंड्स में 22,871 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। मिडकैप में इस दौरान 18,855 करोड़ का इनफ्लो आया है। वहीं, लार्ज कैप फंड्स से 2,894 करोड़ रुपये की निकासी की गई है। हालांकि, स्मॉलकैप फंड्स में Thematic से ज्यादा 32,939 करोड़ रुपये का फंड जनवरी-अक्टूबर 2023 के बीच देखा गया है।
यही हाल करीब 2022 में जनवरी-अक्टूबर के दौरान देखने को मिला था। Thematic फंड्स में इस अवधि में 19,688 करोड़ रुपये, मिडकैप में 17,411 करोड़ रुपये, स्मॉल कैप में 16,172 करोड़ रुपये और लार्ज कैप में 14,738 करोड़ रुपये का इनफ्लो आया था।
इसके अलावा 2021 में स्मॉलकैप 1,998 करोड़ रुपये, मिडकैप में 7,629 करोड़ रुपये और Thematic फंड्स में 20,246 करोड़ रुपये का निवेश देखने को मिला था। वहीं, लार्ज कैप में 325 करोड़ का आउटफ्लो देखने को मिला था।
Thematic फंड्स रिस्क अधिक
Thematic फंड्स की खासियत यह होती है कि इसमें केवल एक थीम में ही निवेश किया जाता है। इस कारण से इन्हें अधिक रिस्क वाला फंड माना जाता है।
Thematic फंड्स का रिटर्न
बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट में बताया गया लार्ज कैप फंड ने पिछले तीन वर्षों (ट्रेलिंग आधार पर) करीब 17 प्रतिशत, मिड और स्मॉलकैप फंड्स ने 26 और 33 प्रतिशत का सालाना रिटर्न दिया है। हालांकि, इस दौरान पीएसयू और इन्फ्रा आधारित Thematic फंड्स ने औसत 36 और 33 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।