अमेरिका में मंदी की अहट से दुनियाभर के शेयर बाजारों में बिकवाली लौट आई है। इसका असर आज भारतीय स्टॉक मार्केट पर भी दिखाई दे रहा है। बीएसई सेंसेक्स 2,380.55 अंक टूटकर 78,601.41 अंक पर कारोबार कर रहा है। वहीं, एनएसई निफ्टी 719.70 अंक लुढ़कर 23,998.00 अंक पर पहुंच गया है। निफ्टी ने 24 हजार का अहम सपोर्ट को तोड़ दिया है। मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि बाजार में गिरावट जारी रहने की आशंका है। निफ्टी 7-10% और टूट सकता है। अगर ऐसा हुआ तो बाजार 23,000 पर सपोर्ट लेगा। बाजार में बड़ी गिरावट ने सोने और चांदी निवेशकों के लिए फिर सुनहरा मौका लेकर आया है। कमोडिटी एक्सपर्ट का कहना है कि सोने और चांदी में एक बार फिर तेजी लौटेगी। आइए, जानते हैं कि सोने में कब लौटेगी तेजी और कब करें निवेश?
'वेट एंड वॉच' की नीति अभी अपनाएं
एचडीएफसी सिक्योरीटीज के कमोडिटी एवं करंसी प्रमुख अनुज गुप्ता ने बताया कि दुनियाभर के शेयर बाजारों में बिकवाली देखने को मिल रही है। वहीं, इजरायल और हमास में युद्ध की आशंका बढ़ रही है। इससे भू-राजनीतिक अनिश्चितता बढ़ेगी जो शेयर बाजार के लिए अच्छा नहीं होगा। आने वाले समय में स्टॉक मार्केट में गिरावट बढ़ सकती है। यह सोने और चांदी में तेजी लाने का काम करेगा। मेरा मनना है कि मौजूदा समय में जो हालात हैं, उसे देखते हुए सोने और चांदी में निवेश करने वाले निवेशकों को अभी 'वेट एंड वॉच' की नीति अपनानी चाहिए। अगर लंबी अवधि के निवेशक हैं तो यह खरीदने का सुनहरा मौका है। सोना एक बार फिर 75,000 रुपये प्रति 10 ग्राम का लेवल जल्द दिखा सकता है।
त्योहारी सीजन में फिर बढ़ेंगे दाम
बजट में मोदी सरकार की ओर से सरकार की ओर से कस्टम ड्यूटी कम करने से सोने की कीमत में बड़ी गिरावट आई है। हालांकि, अब और गिरावट की उम्मीद नहीं है। वहीं, ग्लोबल हालात जिस तेजी से बदल रहे हैं वह सोना के लिए अच्छा है। आने वाले समय में त्योहारी सीजन शुरू हो रहा है जो सोने की मांग बढ़ाया। मांग बढ़ने से कीमत में तेजी लौटेगी। ऐसे में इस वक्त सोना खरीदना का अच्छा मौका है। अगले 2 साल में गोल्ड से 15% से 18% का रिटर्न मिलने की उम्मीद है।