Smartphone Users Safety: साइबर अपराध (Cyber Crime) की घटनाएं दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। ऐसे में इंटरनेट यूजर्स को साइबर अपराध के प्रति जागरूक होना बेहद जरूरी है। इसी को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने 'बेस्ट प्रैक्टिसेज' पर एक एडवाइजरी जारी की है जिसका पालन स्मार्टफोन यूजर्स ऑनलाइन सुरक्षित रहने के लिए कर सकते हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-in) ने नागरिकों को अपने स्मार्टफोन पर ऐप डाउनलोड करने या ऑनलाइन ब्राउज करने के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए की एक सूची जारी की है।
इन 10 बातों पर ध्यान रखने की होगी जरूरत
- ऐप को हमेंशा वेरिफाइड सोर्स से ही डाउनलोड करें। कोशिश करें कि प्लेस्टोर और ऐप स्टोर से ऐप डाउनलोड हो सके।
- ऐप डाउनलोड करने से पहले हमेशा ऐप डिटेल, डाउनलोड की संख्या, रेटिंग और यूजर्स रिव्यू के साथ-साथ जरूरी एक्सेस देने से पहले डिटेल पढ़ लें।
- किसी भी गैर जरूरी ईमेल और एसएमएस में दिए गए लिंक पर क्लिक करते समय अविश्वसनीय वेबसाइटों को ब्राउज न करें।
- ऐसे संदिग्ध नंबरों की तलाश करें जो वास्तविक मोबाइल फोन नंबरों की तरह न दिखें। स्कैमर्स अक्सर अपने वास्तविक फोन नंबर का खुलासा करने से बचने के लिए ईमेल-टू-टेक्स्ट सेवाओं का उपयोग करके अपनी पहचान छुपाते हैं।
- बैंकों से प्राप्त वास्तविक एसएमएस संदेशों में आमतौर पर प्रेषक सूचना क्षेत्र में फोन नंबर के बजाय प्रेषक आईडी (बैंक का संक्षिप्त नाम शामिल होता है) होता है। इसका विशेष ध्यान रखें।
- संदेश में दिए गए लिंक पर क्लिक करने से पहले रिसर्च कर लें। ऐसी कई वेबसाइटें हैं जो किसी को भी फ़ोन नंबर के आधार पर जानकारी पता करने की अनुमति देती हैं।
- केवल उन URL पर क्लिक करें, जो वेबसाइट डोमेन को स्पष्ट रूप से इंगित करते हैं। छोटे URL के प्रति सावधानी बरतें, जैसे कि bit.ly और tinyurl।
- एंटीवायरस और एंटी स्पायवेयर सॉफ्टवेयर अपने सिस्टम में जरूर इंस्टॉल कर लें।
- व्यक्तिगत विवरण या खाता लॉगिन विवरण जैसी कोई संवेदनशील जानकारी प्रदान करने से पहले ब्राउजर के बारे में जानकारी ले लें। उसके लिए आपको वेबसाइट के शुरुआत में ताले के सिंबल को ध्यान से देखना चाहिए। अगर उस वेबसाइट पर ताले का सिंबल नहीं दिखता है तो अपना कोई भी जरूरी डिटेल ना शेयर करें।
- ग्राहक को अपने खाते में किसी भी असामान्य गतिविधि की सूचना तुरंत संबंधित बैंक को देनी चाहिए ताकि आगे की उचित कार्रवाई की जा सके।