सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) म्यूचुअल फंड निवेश का वह हथियार है जो निवेशकों को किसी भी मार्केट में विजयी दिलाता है। यानी SIP म्यूचुअल फंड निवेशकों को बाजार की गिरावट या तेजी में बंपर रिटर्न दिलाने का काम कर रहा है। इसलिए करोड़ों की संख्या में लोग सिप के जरिये म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं। हालांकि, कुछ बातें है, उनका ख्याल रखकर सिप किया जाए तो और ज्यादा रिटर्न प्राप्त किया जा सकता है। आज हम आपको वो 10 टिप्स दे रहे हैं, जिनको आप फॉलो कर अपने निवेश पर शानदार रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं।
- जल्दी शुरू करें: SIP (सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) से बंपर रिटर्न चाहिए तो जल्दी शुरू करें। इससे आपको कंपाउंडिंग का ज्यादा फायदा मिलेगा। कंपाउंडिंग में आपकी कमाई समय बीतने के साथ अतिरिक्त कमाई उत्पन्न करती है, जिससे रिटर्न बढ़ता है। आपका पैसा जितना लंबा निवेशित होगा, उसे तेजी से बढ़ने में उतना ही अधिक समय मिलेगा।
- नियमित रूप से निवेश करें: एसआईपी के माध्यम से अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में अनुशासन एक महत्वपूर्ण कारक है। एक निश्चित राशि नियमित रूप से निवेश करने की प्रतिबद्धता लें, चाहे वह मासिक हो या त्रैमासिक।
- सही फंड चुनें: रिटर्न को अधिकतम करने के लिए सही म्यूचुअल फंड चुनना महत्वपूर्ण है। ऐसा म्यूचुअल फंड चुनें जो आपके वित्तीय गोल में फिट बैठता हो।
- अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाएं: विविधीकरण जोखिम को कम करने, रिटर्न को बढ़ाने में और आपके निवेश पोर्टफोलियो में स्थिरता बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने के लिए इक्विटी, डेट और गोल्ड या रियल एस्टेट म्यूचुअल फंड जैसे अन्य में निवेश करें।
- समय के साथ SIP राशि बढ़ाएं: जैसे-जैसे आपकी आय बढ़ती है, अपने SIP में निवेश की जाने वाली राशि बढ़ाने पर विचार करें। यह धन सृजन में तेजी लाने का एक प्रभावी तरीका है। धीरे-धीरे अपने SIP योगदान को बढ़ाकर, आप बढ़ती आय का लाभ उठा सकते हैं।
- अपने पोर्टफोलियो की निगरानी करें: अपने SIP पोर्टफोलियो पर कड़ी नज़र रखना ज़रूरी है। अपने निवेश के प्रदर्शन की नियमित निगरानी करें और ज़रूरत पड़ने पर अपने पोर्टफोलियो में बदलाव करें।
- बाजार की टाइमिंग से बचें: बाजार की टाइमिंग एक जोखिम भरी रणनीति है जिससे नुकसान हो सकता है। बाजार की टाइमिंग से बचने के बजाय नियमित रूप से SIP म्यूचुअल फंड में निवेश करें।
- अपने गोल पर नजर रखें: म्यूचुअल फंड चुनते समय अपने निवेश वित्तीय गोल पर नजर रखें। ऐसा कर आप सही फंड का चुनाव आसानी से कर पाएंगे।
- SIP रिटर्न कैलकुलेटर का उपयोग करें: अपने SIP निवेशों पर संभावित रिटर्न की गणना करने के लिए SIP रिटर्न कैलकुलेटर का उपयोग करें।
- एक्सपेंस रेश्यो और कमीशन: म्यूचुअल फंड में निवेश करते समय, आपको दो महत्वपूर्ण कारकों पर ध्यान देना चाहिए, व्यय अनुपात और कमीशन। एक्सपेंस रेश्यो एक म्यूचुअल फंड स्कीम से दूसरी में भिन्न हो सकता है। उच्च व्यय अनुपात का मतलब है कि आपके निवेश रिटर्न का एक बड़ा हिस्सा फीस और खर्चों में खर्च हो जाएगा।