Highlights
- बाद नए खाते की जानकारी सभी जरूरी जगह उपलब्ध करा दें
- खाते में जमा राशि को जरूर चेक कर लें
- स्टेटमेंट को अपने कंप्यूटर या लैपटाॅप में जरूर डाउनलोड कर लें
Saving bank account: आज के समय में अधिकांश लोग के पास एक से अधिक सेविंग अकाउंट हैं। हो सकते हैं कि उनमें से कोई अकाउंट हो, जिससे आप ट्रांजैक्शन नहीं कर रहे हो। ऐसे में अगर आप उस सेविंग बैंक अकाउंट को बंद कराने की सोच रहें तो कुछ बातों का खास ख्याल रखें। ऐसा नहीं करने पर आपको बाद में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं कि सेविंग अकाउंट बंद कराने से पहले किन 5 बातों का खास ख्याल रखें।
1. ऑटोमेटेड पेमेंट को बंद करें
अगर आप किसी सेविंग अकाउंट को बंद कराने जा रहे हैं और उससे कोई ऑटोमेटेड पेमेंट जुड़ा है तो सबसे पहले उसे बंद करा दें। इसके साथ ही आप जिस बैंक खाते से ऑटोमेटेड पेमेंट चालू करना चाहते हैं, उसकी जानकारी बैंक से फॉर्म लेकर भर दें। ऑटोमेटेड पेमेंट में आपको पता नहीं चलता और आपके बिल ऑटोमेटिक भरे जाते हैं। अगर ऐसा नहीं करेंगे तो बिल पेमेंट नहीं होगा और बाद में आपको पेनल्टी देनी पड़ सकती है।
2. स्टेटमेंट को डाउनलोड कर लें
सेविंग अकाउंट बंद कराने से पहले सभी स्टेटमेंट को अपने कंप्यूटर या लैपटाॅप में जरूर डाउनलोड कर लें। ऐसा कर आप आगे की परेशानी से बच सकत हैं। अगर आपको भविष्य में कभी स्टेटमेंट की जरूरत होगी तो परेशान नहीं होना पड़ेगा।
3. खाते में जमा राशि को जरूर चेक कर लें
सेविंग अकाउंट बंद करने से पहले अपने खाते में जमा राशि को जरूर चेक कर लें। अगर खाते में निगेटिव बैलेंस होगा तो तो बैंक उस खाते को बंद नहीं करने देगा। ऐसे में आपको खाते में पैसा जमा करना होगा और फिर बैंक के शुल्क का भुगतान कर ही बंद करना होगा।
4. खाता बंद करने का शुल्क पता करें
कई बैंक खाते बंद करने पर शुल्क वसूलते हैं। हालांकि, यह ज्यादातर तब होता है जब खाता खोलने के एक साल के भीतर खाता बंद किया जा रहा हो। हालांकि, अगर खाता खोलने के एक साल बाद खाता बंद कर दिया जाता हैए तो कोई बंद करने का शुल्क नहीं लिया जाता है। उदाहरण के लिएए खाता खोलने के 14 दिनों के भीतर बचत खाता बंद करने पर एसबीआई शुल्क नहीं लेता है।
5. खाता की जानकारी अपडेट करें
पुराना सेविंग अकाउंट बंद कर नया खाता खोलने के तुरंत बाद नए खाते की जानकारी सभी जरूरी जगह उपलब्ध करा दें जैसे कि आईटीआर में, गैस एजेंसी में, ऑटोमेटेड बिल भुगतान आदि में।