भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बुधवार को कहा कि डिजिटल रुपये के इस्तेमाल संबंधी खुदरा उपभोक्ता पायलट परियोजना में पांच अन्य बैंक और नौ नए शहर भी शामिल किए जाएंगे। आरबीआई ने केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (सीबीडीसी) यानी ई-रुपये को खुदरा ग्राहकों के लिए दिसंबर की शुरुआत में पहली बार जारी किया था। यह पायलट परीक्षण पांच शहरों में मौजूद आठ बैंकों के साथ चल रहा है।
आरबीआई के डिप्टी गवर्नर टी रवि शंकर ने मौद्रिक नीति की द्विमासिक समीक्षा के बाद आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि खुदरा सीबीडीसी अभी केवल 50,000 ग्राहकों और 5,000 दुकानदारों को ही उपलब्ध है। इस सेवा को संबंधित बैंकों की तरफ से निमंत्रण के आधार पर जारी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जल्द ही इसके दायरे में पांच अन्य बैंक भी जोड़े जाएंगे। इसके अलावा इसका विस्तार नौ नए शहरों में भी करने की तैयारी है।
हालांकि, केंद्रीय बैंक ने यह साफ किया कि वह डिजिटल मुद्रा को लेकर किसी तरह की जल्दबाजी में नहीं है और इसे धीमी गति से और बाधाओं से निजात मिलने के बाद अपनाने के पक्ष में है। आरबीआई ने एक नवंबर को सीबीडीसी को थोक उपयोग के लिए जारी किया था जबकि एक दिसंबर को खुदरा इस्तेमाल के लिए इसे जारी किया गया था। सीबीडीसी को अपनाने से अंतर-बैंक बाजार के अधिक सक्षम होने की उम्मीद है।