आप भी अपने सपनों का घर या ड्रीम कार खरीदने की सोच रहे थे तो महंगाई के इस दौर में संभव है आपका सपना न टूट जाए। रिजर्व बैंक द्वारा लगातार छठवीं बार रेपो रेट बढ़ाने के बाद देश के प्रमुख बैंकों की ओर से भी लोन महंगा करना शुरू कर दिया है। बुधवार को रेपो दरों में वृद्धि के तीसरे दिन ही सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) और बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) ने कर्ज महंगा कर दिया है। भारतीय रिजर्व बैंक के नीतिगत दर रेपो में 0.25 प्रतिशत वृद्धि के बाद बैंकों ने यह कदम उठाया। दोनों ही बैंकों ने कर्ज पर लगने वाले ब्याज में 0.25 प्रतिशत तक की वृद्धि की है।
पंजाब नेशनल बैंक ने जारी कीं नई दरें
पीएनबी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि रेपो आधारित ब्याज दर (आरएलएलआर) 0.25 प्रतिशत बढ़ाकर 8.75 प्रतिशत से 9.0 प्रतिशत कर दी गयी है। नई दर बृहस्पतिवार से प्रभाव में आ गयी है। आरबीआइ ने मुद्रास्फीति को काबू में लाने के लिये बुधवार को रेपो दर 0.25 प्रतिशत बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत कर दी थी।
बैंक ऑफ बड़ौदा की नई दरें
बीओबी ने कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) में 0.05 प्रतिशत की वृद्धि की। बैंक ऑफ बड़ौदा ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि नई दरें 12 फरवरी से प्रभाव में आएंगी। ताजा वृद्धि के साथ एक दिन के कर्ज के लिये एमसीएलआर 7.85 प्रतिशत से बढ़कर 7.90 प्रतिशत हो गयी। एक महीने के लिये एमसीएलआर 8.15 प्रतिशत से बढ़ाकर 8.20 प्रतिशत की गयी है। बीओबी ने तीन महीने की अवधि के कर्ज पर एमसीएलआर 8.25 प्रतिशत से बढ़ाकर 8.30 प्रतिशत कर दी। वहीं एक साल की अवधि के कर्ज पर ब्याज अब 8.50 प्रतिशत की जगह 8.55 प्रतिशत होगा।
रिजर्व बैंक ने बढ़ाई थीं ब्याज दरें
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को घोषणा की कि RBI ने रेपो दर को 25 आधार अंकों से बढ़ाकर 6.5% कर दिया है। बता दें, इससे पहले हुई सभी 5 बैठकों में रेटो रेट में बढ़ोतरी की गई थी। सरकार ने आरबीआई को महंगाई को छह प्रतिशत (दो प्रतिशत ऊपर या नीचे) के स्तर पर रखने की जिम्मेदारी दी हुई है। महंगाई दर जनवरी, 2022 से तीन तिमाहियों तक लगातार छह प्रतिशत से ऊपर बनी रही। इसमें नवंबर और दिसंबर 2022 में कुछ राहत मिली थी।