बाकी मुसीबतों की तरह ही वित्तीय मुसीबतें भी कभी बताकर नहीं आती हैं। पैसों की जरूरत कभी भी पड़ सकती है। अगर आपके पास पैसे नहीं हैं और न ही गिरवी रखने के लिए कोई सिक्यॉरिटी है तो आपके पास पर्सनल लोन का ऑप्शन बचता है। पर्सनल लोन के लिए बैंकों से संपर्क करना काफी अच्छा ऑप्शन है। लेकिन अगर किसी वजह से बैंक आपका पर्सनल लोन ऐप्लिकेशन रिजेक्ट कर देता है तो आपके पास और भी कई ऑप्शन होते हैं।
NBFC यानी नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियां और फिनटेक कंपनियां जरूरतमंद लोगों को पर्सनल लोन मुहैया कराती हैं। लेकिन अगर आप किसी फिनटेक कंपनी के मोबाइल ऐप से पर्सनल लोन लेने का प्लान बना रहे हैं तो यहां आपको बहुत सावधान रहना होगा। आमतौर पर देखा जाता है कि फिनटेक प्लेटफॉर्म के बिछाए धोखेबाजी के जाल में फंसने वाले लोग 3 गलतियां करते हैं। यहां हम जानेंगे कि वो 3 गलतियां कौन-सी हैं, जिनसे बचना बहुत जरूरी है।
RBI के साथ रजिस्टर
आप जिस भी फिनटेक कंपनी से पर्सनल लोन लेने जा रहे हैं, उसके बारे में अच्छी तरह से मालूम कर लें कि वो भारतीय रिजर्व बैंक के साथ रजिस्टर्ड है या नहीं। जो फिनटेक कंपनी, आरबीआई के साथ रजिस्टर्ड नहीं है, उससे दूर रहें और किसी तरह का कोई लोन न लें।
डाउनलोड की संख्या के जाल में न फंसें
कई बार देखा जाता है कि कोई व्यक्ति जब गूगल प्ले स्टोर या आईओएस से मोबाइल ऐप डाउनलोड करता है तो वो उस ऐप की विश्वसनीयता का पता लगाने के लिए उसके डाउनलोड की संख्या देखते हैं। आमतौर पर जिस ऐप को ज्यादा डाउनलोड किया जाता है, लोग उस पर आंख बंद कर भरोसा कर लेते हैं। लेकिन आपको ऐसा नहीं करना है। ऐप को चाहे 1 लाख बार डाउनलोड किया गया है तो 10 लाख बार, अगर वो रजिस्टर्ड नहीं है और लोन देने के लिए अधिकृत नहीं है तो ऐसे ऐप को डाउनलोड न करें और न ही लोन लें।
कस्टमर सर्विस
किसी भी कंपनी के ऐप से लोन लेने जा रहे हैं तो उससे पहले उसके कस्टमर सर्विस के बारे में जान लें। कई बार लोगों को लोन लेने के बाद कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में अगर उस कंपनी का कस्टमर केयर सर्विस नहीं है तो आपकी दिक्कतों का समाधान होना लगभग असंभव है।