Leave Travel Concession: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने देश के करोड़ों सरकारी कर्मचारियों के लिए बड़े तोहफे का ऐलान किया है। केंद्र ने अपने कर्मचारियों को अवकाश यात्रा रियायत (LTC) के तहत अब वंदे भारत एक्सप्रेस और तेजस एक्सप्रेस से यात्रा करने की अनुमति दे दी है। कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (DoPT) को एलटीसी के तहत अलग-अलग प्रीमियम ट्रेनों की स्वीकार्यता के बारे में अलग-अलग ऑफिसो/व्यक्तियों से कई सुझाव मिले थे, जिसके बाद केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों को LTC के तहत वंदे भारत और तेजस से भी यात्रा करने की मंजूरी देने का फैसला किया।
पहले राजधानी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस और दुरंतो एक्सप्रेस में यात्रा करने की थी अनुमति
DoPT ने मंगलवार को जारी किए गए एक आदेश में कहा, ‘‘ कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग ने व्यय विभाग के परामर्श से इस मामले को जांचने और परखने के बाद ये फैसला लिया गया है कि अब सरकारी कर्मचारियों की पात्रता के अनुसार एलटीसी के तहत तेजस एक्सप्रेस, वंदे भारत एक्सप्रेस और हमसफर एक्सप्रेस ट्रेनों में भी यात्रा की अनुमति होगी।’’बताते चलें कि इस फैसले से पहले केंद्र सरकार के कर्मचारियों को एलटीसी के तहत राजधानी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस और दुरंतो एक्सप्रेस जैसी प्रीमियम ट्रेनों में एलटीसी के तहत यात्रा करने की अनुमति थी।
वापस मिल जाता है टिकट पर खर्च किया गया पैसा
बताते चलें कि लीव ट्रैवल कन्सेशन के तहत, केंद्र सरकार के पात्र कर्मचारियों को इस सुविधा का लाभ उठाने पर पेड लीव (Paid Leaves) के अलावा उनके द्वारा अन्य यात्राओं के लिए टिकट पर किए गए खर्च के पैसे भी वापस मिल जाते हैं। इस सुविधा के तहत सरकारी कर्मचारी 4 साल के ब्लॉक के दौरान अपने गांव-घर या भारत में किसी भी जगह पर जा सकते हैं। योजना के तहत सरकारी कर्मचारी या तो दो साल के ब्लॉक में दो बार अपने घर जाने के लिए एलटीसी का लाभ उठा सकते हैं या फिर दो साल की अवधि में एक बार अपने घर जाने और दो साल के दूसरे ब्लॉक में भारत में किसी भी स्थान पर जाने के लिए इसका फायदा उठा सकते हैं।
पीटीआई इनपुट्स के साथ